एटर्नी जनरल ने तमिलनाडु विस में शक्तिपरीक्षण की दी सलाह
नयी दिल्ली ! तमिलनाडु में उत्पन्न राजनीतिक संकट के बीच एटर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने राज्यपाल चौधरी विद्यासागर राव को विधान सभा में शक्ति परीक्षण कराने के आदेश देने की राय दी है।

नयी दिल्ली ! तमिलनाडु में उत्पन्न राजनीतिक संकट के बीच एटर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने राज्यपाल चौधरी विद्यासागर राव को विधान सभा में शक्ति परीक्षण कराने के आदेश देने की राय दी है। श्री रोहतगी ने आज यहां यूनीवार्ता को बताया कि उन्होंने राज्यपाल को शक्तिपरीक्षण कराने की सलाह दी है। उन्होंने बताया कि राज्यपाल ने पिछले एक सप्ताह से राज्य में जारी राजनीतिक संकट के मद्देनजर उनसे कानूनी राय मांगी थी। एटर्नी जनरल की राय उच्चतम न्यायालय के 1998 के उस आदेश के अनुरूप है, जिसके तहत उत्तर प्रदेश विधान सभा में भारतीय जनता पार्टी नेता कल्याण सिंह और लोकतांत्रिक कांग्रेस जगदम्बिका पाल के बीच उत्पन्न ‘नंबर गेम’ का निपटारा शक्ति परीक्षण के जरिये कराया गया था। इस बीच संविधान विशेषज्ञों एवं जाने-माने वकीलों ने भी राज्य विधान सभा में शक्ति परीक्षण कराने की वकालत की है। इन सभी ने राज्यपाल के संयम एवं सावधान रुख की भी सराहना की है। संविधान विशेषज्ञ एवं लोकसभा के पूर्व महासचिव सुभाष कश्यप ने कहा, “राज्यपाल सावधानीपूर्वक सही रास्ते पर चल रहे हैं। एटर्नी जनरल द्वारा शक्तिपरीक्षण कराने की राय दिये जाने की खबरें हैं और यह सही सलाह है।”
श्री कश्यप ने कहा कि सत्ता हासिल करने के लिए दो दावेदार खड़े हैं और शक्ति परीक्षण कराने की राय देना ही उचित फैसला है।
उन्होंने कहा कि ऐसी ही परिस्थितियां नब्बे के दशक में उत्तर प्रदेश की राजनीति में आई थी और तत्कालीन राज्यपाल रोमेश भंडारी ने समग्र शक्ति परीक्षण की अनुमति दी थी।
लोकसभा के पूर्व महासचिव ने कहा कि राज्यपाल के पास इसके अलावा कोई विकल्प नहीं होता है, क्योंकि ऐसे मामलों में राजभवन में विधायकों को लेकर जाने अथवा सड़क पर संख्या बल दिखाने से ‘नंबर गेम’ का उचित निदान नहीं हो सकता।
संविधान के एक अन्य जानकार वकील ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि राज्यपाल धीरे-धीरे, लेकिन सावधानीपूर्वक कदम रख रहे हैं।


