बालको संयंत्र में ठेका कर्मी की हत्या का प्रयास, अपोलो रिफर
बालको संयंत्र में रविवार की सुबह एक ठेका कर्मचारी की हत्या करने के प्रयास का मामला सामने आने से बालको कर्मियों में सनसनी फैल गई

दोनों हाथ बंधे और गर्दन पर गंभीर चोट, आरोपियों की हो रही तलाश
कोरबा-बालकोनगर। बालको संयंत्र में रविवार की सुबह एक ठेका कर्मचारी की हत्या करने के प्रयास का मामला सामने आने से बालको कर्मियों में सनसनी फैल गई। पुलिस द्वारा मामला दर्ज कर अज्ञात आरोपियों की तलाश की जा रही है।
जानकारी के अनुसार बालको संयंत्र के प्लांट- 1 पॉट लाइन में कार्यरत ठेका कंपनी सुरेन्द्रा कंपनी का कर्मचारी राजा अंचल पिता साहेब लाल अंचल उम्र लगभग 25 वर्ष निवासी नेहरू नगर को गंभीर व लहूलुहान हालत में बालको अस्पताल में भर्ती कराया गया।
गंभीर हालत में उसे अपोलो बिलासपुर रिफर कर दिया गया। बताया गया कि सुबह की शिफ्ट में काम करने राजा अंचल बालको संयंत्र गया हुआ था। वह पॉट लाइन में एल्युमिनियम पावडर को फावड़ा से फेंकने का काम करता है।
सभी कर्मचारी अपने-अपने काम में लगे थे कि करीब 10:40 बजे एक अन्य कर्मी खगेन्द्र मिरी पिता हरी कुमार मिरी निवासी नेहरू नगर के पास भागते हुए राजा अंचल आया और मुंह के बल गिर पड़ा।
खगेन्द्र ने देखा कि उसके दोनों हाथ पीछे की ओर रुमाल से बंधे थे व गर्दन से काफी खून बह रहा था। खगेन्द्र ने तत्काल पॉट लाईन के कंट्रोल रूम में सूचना दी जहां शिफ्ट इंचार्ज मोनालिका के अलावा बृजेश, ललित देवांगन व अन्य कर्मियों ने अधिकारियों को अवगत कराते हुए घायल राजा को विभागीय अस्पताल में भर्ती कराया।
वहां से उसे एनकेएच रिफर कर दिया गया। एनकेएच में भी हालात नहीं सुधरने पर अपोलो रिफर किया गया है। बालको थाना प्रभारी निरीक्षक पीके सिंह ने घटना की सूचना बाद मौके पर पहुंचकर आवश्यक जानकारी हासिल की।
राजा की हालत काफी गंभीर होने की वजह से उसका बयान दर्ज नहीं हो सका है। खगेन्द्र मिरी की रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध धारा 307 भादवि के तहत् जुर्म दर्ज कर विवेचना की जा रही है।
कर्मियों की सुरक्षा पर सवाल
बालको संयंत्र के विभिन्न भागों में कार्यरत् कर्मचारियों की सुरक्षा पर इस घटना के बाद सवाल उठाये जा रहे हैं। संयंत्र के भीतर कार्य के दौरान हादसा होना एक अलग बात है लेकिन किसी कर्मी की हत्या का प्रयास करना गंभीर विषय है।
बताया जा रहा है कि जिस भाग में घटना हुई है वहां सुरक्षा के लिहाज से सीसी कैमरा तक नहीं लगा है जिससे किसी भी तरह की हरकत न तो कैद हो सकी है और न ही कोई क्लू हाथ लग रहा। दूसरी ओर इस घटना के बाद श्रमिक जगत में भी रहस्यमय खामोशी देखने को मिली। प्रबंधन भी इस मामले में कुछ कहने से बच रहा है।


