एटीएस ने इंदिरा विश्नोई को नेमावर से गिरफ्तार किया
राजस्थान के बहुचर्चित भंवरी देवी हत्याकांड की फरार आरोपी इंदिरा विश्नोई को राजस्थान पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने स्थानीय पुलिस की मदद से मध्यप्रदेश के देवास जिले के नेमावर से गिरफ्तार किया
देवास। राजस्थान के बहुचर्चित भंवरी देवी हत्याकांड की फरार आरोपी इंदिरा विश्नोई को राजस्थान पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने स्थानीय पुलिस की मदद से मध्यप्रदेश के देवास जिले के नेमावर से गिरफ्तार कर लिया है।
देवास के पुलिस अधीक्षक अंशुमान सिंह ने आज बताया कि कल शाम राजस्थान एटीएस की टीम देवास आई थी। उसने भंवरी देवी हत्याकांड की आरोपी इंदिरा विश्नोई को नेमावर से गिरफ्तार करने के लिए स्थानीय पुलिस की मदद मांगी थी। सिंह ने नेमावर थाना पुलिस को मदद के निर्देश दिए थे। उसके बाद नर्मदा किनारे अज्ञात वास में रह रही इंदिरा विश्नोई को गिरफ्तार कर लिया गया।
बहुचर्चित भंवरी देवी हत्याकांड में आरोपी इंदिरा पर पांच लाख रुपए का इनाम भी घोषित किया गया था।सूत्रों के मुताबिक इंदिरा विश्नोई अपने एक समर्थक की मदद से देवास जिले में नर्मदा नदी के किनारे एक सामान्य महिला के रूप में रह रही थी।
सूत्रों के अनुसार इंदिरा न तो फोन का प्रयोग कर रही थी और न ही एटीएम कार्ड का।गिरफ्तारी के बाद उसे जोधपुर में सीबीआई को सौंप दिया जाएगा।इस मामले में एक पूर्व मंत्री और एक विधायक सहित 16 आरोपी जेल में हैं।
सूत्रों ने बताया कि भंवरी देवी के इंदिरा विश्नोई के भाई और पूर्व विधायक मलखान सिंह से रिश्ते थे। भंवरी देवी के एक बेटी भी मलखान से है।राजस्थान की कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे महिपाल मदेरणा की भंवरी देवी के साथ एक सीडी काफी समय तक चर्चा में रही थी।
भंवरी मलखान से अपना हक मांग रही थी। भंवरी से पीछा छुड़ाने के लिए इंदिरा ने अपने रिश्तेदार के साथ उसके अपहरण की साजिश रची। इस साजिश में मलखान और मदेरणा भी शामिल हो गए।
वर्ष 2011 में भंवरी को गायब कर उसकी हत्या कर दी गई।इंदिरा सीबीआई की पूछताछ के बाद गायब हो गई थी।साढ़े पांच साल बाद उसे फिर से गिरफ्तार किया गया है।


