कांग्रेस शासन के दौरान पंजाब में दलितों पर अत्याचार सबसे ज्यादा: परमजीत सिंह कैंथ
नेशनल शेड्यूल्ड कास्ट्स अलायंस (एनएससीए) के अध्यक्ष परमजीत सिंह कैंथ ने आज आरोप लगाया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार के समय में प्रदेश में अनुसूचित जातियों के लोगों पर अत्याचार बढ़े

चंडीगढ़। नेशनल शेड्यूल्ड कास्ट्स अलायंस (एनएससीए) के अध्यक्ष परमजीत सिंह कैंथ ने आज आरोप लगाया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार के समय में प्रदेश में अनुसूचित जातियों के लोगों पर अत्याचार बढ़े हैं।
यहां जारी बयान में कैंथ ने कहा कि अत्याचारों की ताजा घटनाएं जालंधर और मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र पटियाला से हैं।
उन्होंने कहा कि पटियाला में एक लड़के को नग्न कर पीटने और जालंधर में एक छात्र को जबरन पेशाब पिलाने की कोशिश जैस घटनाएं उदारहण हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि दलितों पर अत्याचार बढ़ रहे हैं और शासन चुप्पी साधे हुए हैं।
कैंथ ने आराेप लगाया कि कांग्रेस सरकार पंजाब में अनुसूचित जाति समुदाय के लोगों के अधिकार और आजादी सुरक्षित करने में विफल रही है। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय जो के मुख्यमंत्री के ही अधीन है दलितों को सुरक्षित माहौल मुहैया कराने में विफल रहा है और समुदाय के लोगों के खिलाफ बलात्कार, हिंसा, सामाजिक उत्पीड़न और बहिष्कार की घटनाएं बढ़ रही हैं।
उन्होंने कहा कि अनुसूचित जातियों से आने वाले कांग्रेस के विधायक, सांसद और मंत्री भी चुप्पी साधे हुए हैं। विपक्षी पार्टियां जैसे शिरोमणि अकाली दल-भारतीय जनता पार्टी गठंधन और आम आदमी पार्टी भी मूक दर्शक की भूमिका निभा रहे हैं और ऐसा लग रहा है कि वह यह भूल चुके हैं कि विपक्षी दल होने का क्या अर्थ है।
उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील की कि वह एक विशेष निगरानी दस्ता बनाये जो ऐसे मामलों की जांच करे और इनके कारणों की पड़ताल करे। उन्होंने यह भी मांग की कि अनुसूचित जातियों के लोगों को तुरंत न्याय दिलाने के लिए विशेष कानूनी न्याय प्रकोष्ठ बनाया जाये।
उन्होंने विभिन्न राजनीतिक दलों के 34 विधायकों, जो अनुसूचित जातियों से आते हैं, से भी अपील की कि वह समुदाय पर अत्याचार रोकने के लिए आगे आएं भले इसके लिए उन्हें अपनी पार्टियों से बगावत करनी पड़े।


