राजनीति के क्षितिज का ध्रुव तारा थे अटल जी: प्रमोद तिवारी
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को राजनीति के क्षितिज का ध्रुव तारा बताते हुये कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि उनका निधन देश में संसदीय ज्ञान के पुंज का अंत है

इलाहाबाद। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को राजनीति के क्षितिज का ध्रुव तारा बताते हुये कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि उनका निधन देश में संसदीय ज्ञान के पुंज का अंत है।
तिवारी ने आज कहा कि राजनीति के क्षितिज पर जो रिक्तता उभरी है, अब लम्बे समय तक कहीं दूर-दूर वह प्रकाश पुंज नजर नहीं आ रहा है। उसकी भरपाई नहीं हो सकती। उनके निधन से राजनीति के एक युग का अंत हो गया। विलक्षण प्रतिभा के धनी श्री वाजपेयी में विश्वास और वाकपटुता की ऐसी तरंग थी जो विपक्षियों को भी प्रेम से धराशायी कर देती थी।
उन्होंने कहा कि देश के संसदीय इतिहास में कुछ गिने चुने ही लोग रहे जिनकी भाषा का मुख्य आकर्षण उनका चुटीला अंदाज था जिसमें वह बड़ी से बड़ी बात भी कह जाते थे। उनके बोलने के अंदाज को पार्टी और उसके बाहर बहुत से लोगों ने प्रेरणा के रूप में अपनाने का प्रयास किया। श्री वाजपेयी का जाना देश में संसदीय ज्ञान के पुंज का अंत है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि उनकी दूरदर्शिता अतुलनीय थी। वह राजनीति के भीष्म पितामह भी कहे जाते थे। उनकी एक खासियत थी जो चीज वह राजनीति में नहीं कह पाते थे, उसे कविता के मार्फत कह जाते थे। उनके भाषण का कोई मुकाबला नहीं था। वह सच्चे लोकतांत्रिक थे और आम सहमति में विश्वास रखते थे। वह हमारे दिलों में सदा ‘अमर’ रहेंगे।
उन्होंने कहा कि अटल एक ऐसे नेता थे जिन्हें हर दल के लोग आदर प्रदान करते थे। उन्होंने राजनीति को दलगत राजनीति से ऊपर उठाया। उन्होंने अपने दर्शन पर अड़िग रहना सिखाया और जब भी राजनीति भटकी उसको सही मार्ग दिखाया।


