प्राथमिक विद्यालय में सुविधाओं के नाम पर ठेंगा
हाईटेक जिला अंर्तगत प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले नौनिहालों के लिए सुविधाएं मुहैया कराने के शासन एवं प्रशासन द्वारा लाखों दावे किए जाते रहे हैं

ग्रेनो। हाईटेक जिला अंर्तगत प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले नौनिहालों के लिए सुविधाएं मुहैया कराने के शासन एवं प्रशासन द्वारा लाखों दावे किए जाते रहे हैं। छात्रों को निशुल्क डे्रस, किताबें, मिड डे मिल व अन्य सुविधाओं के नाम पर करोड़ों रूपया पानी की तरह बहाने के बावजूद भी हालात विपरीत ही नजर आते हैं।
विकास के नाम से देश-विदेशों में अपनी एक अलग पहचान बनाने वाले गौतम बुद्ध नगर जैसे हाईटेक जनपद में एक स्कूल ऐसा भी है जहां देश का भविष्य कहे जाने वाले दर्जनों किशोरों के लिए स्कूल परिसर में सड़क, बिजली, बैंच, शौचालय, आधुनिक तकनीकी जैसी सुविधाएं तो दूर की बात उनके पीने के लिए स्वच्छ पानी तक की व्यवस्था नहीं है। यूं तो अधिकारी व प्रदेश सरकार के रहनुमा सोषल मीडिया से लेकर अन्य प्रचार-प्रसार के माध्यम से भरपूर विकास का राग अलाप रहे हैं लेकिन आश्चर्य की बात है कि अनेकों बार समस्या से अवगत कराने के बाद भी आज तक उक्त विद्यालय की पीड़ा किसी को सुनाई नहीं पड़ी।
जिस जेवर में एयरपोर्ट बनने के बाद हवाई उड़ानों के सपने जनता संजोये हुए है। यह दर्द उसी जेवर विकास खंड़ के कस्बा रबूपुरा स्थित एक प्राथमिक विद्यालय का है। विद्यालय में करीब 78 छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण करने आते हैं।
स्कूल परिसर में जलभराव, कीचड व भारी गंदगी होने के कारण लम्बी घास व झाड़िया आदि उग रही हैं। जिनमें जहरीले कीड़े तक पनप रहे हैं। बच्चों के बैठने के लिए बैंच आदि की सुविधा भी नहीं है, शौचालय पूर्णतय: क्षतिग्रस्त हैं। गंदगी के बीच लगे हैड़पम्प का पानी पीने के योग्य नहीं है। बिजली पंखा व आधुनिक शिक्षा की व्यवस्था तथा स्कूल तक पहुंचने के लिए पर्याप्त रास्ता तक मौजूद नहीं हैं। ग्रामीणों के अनुसार पिछले कई वर्षों से स्कूल का ऐसा ही नजारा है।
खैर कुछ भी हो इसमें पढ़ने वाले दर्जनों नौनिहालों के भविष्य पर संकट के बादल छाए हुए हैं। विद्यालय अध्यापिका के मुताबिक कई बार विभागीय अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को अवगत कराते हुए निस्तारण की मांग हो चुकी है परन्तु समस्या प्रशासन और शासन के नुमाइन्दों की आंखों से आज भी ओझल हैं।


