हरियाणा विधानसभा का तीन दिन वाला सत्र हंगामेदार रहेगा
हरियाणा विधानसभा के 23 अक्तूबर से शुरू होने जा रहे तीन दिन के सत्र के हंगामेदार रहने की सम्भावना है

चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा के 23 अक्तूबर से शुरू होने जा रहे तीन दिन के सत्र के हंगामेदार रहने की सम्भावना है। विपक्षी दल -इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो)और कांग्रेस सरकार को पंचकूला में डेरा सच्चा सौदा समर्थकों की हिंसा तथा इसमें बड़े पैमाने पर जानमान के नुकसान, सरकार के दादुपुर नलवी नहर निर्माण को रद्द करने, बद्तर कानून व्यवस्था, मंडियों में नमी की आड़ में धान की कीमत में कटौती और चुनाव में किये गये वादे पूरे नहीं करने को लेकर सरकार को घेरने का संकेत दे चुके हैं।
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा तथा इनेलो नेता और नेता प्रतिपक्ष अभय सिंह चौटाला तो पहले दो मुद्दों पर सदन न चलने देने का खुले आम ऐलान कर चुके हैं। उधर सरकार ने भी विपक्ष के हमलों की काट के लिये अपनी रणनीति तय कर ली है।
सरकार इस सत्र में विपक्ष के हमलों का जवाब पिछले तीन वर्षों में किये गये विकास कार्यों, राज्य के सभी क्षेत्रों के समान विकास तथा राज्य की पिछली सरकारों के दौरान विकास कार्यों में क्षेत्रीय भेदभाव पर अपनी आवाज बुलंद कर विपक्ष की आवाज को कुंद करने का प्रयास करेगी।


