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असम के सीएम ने कांग्रेस की राजनीति को ‘सांप्रदायिक’ बताया

लोकसभा चुनाव परिणामों के बाद कांग्रेस की राजनीति को सांप्रदायिक बताते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि मतदान पैटर्न ने समाज के लिए एक खराब संकेत दिया है

असम के सीएम ने कांग्रेस की राजनीति को ‘सांप्रदायिक’ बताया
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गुवाहाटी। लोकसभा चुनाव परिणामों के बाद कांग्रेस की राजनीति को सांप्रदायिक बताते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि मतदान पैटर्न ने समाज के लिए एक खराब संकेत दिया है।

मुख्यमंत्री ने कहा, ''नागांव लोकसभा सीट पर भाजपा ने चार मुस्लिम बहुल क्षेत्रों लाहौरीघाट, ढिंग, रूपाही और सामागुरी को छोड़कर सभी विधानसभा क्षेत्रों में बढ़त हासिल की है। इन चार विधानसभा क्षेत्रों ने नागांव लोकसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार को जीत दिलाई।''

मुख्यमंत्री ने कहा कि गुवाहाटी लोकसभा क्षेत्र में भी यही हुआ।

सीएम सरमा ने कहा, ''गुवाहाटी संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस उम्मीदवार को करीब चार लाख वोट मिले, लेकिन इनमें से ज्‍यादातर वोट उत्तरी कामरूप इलाके के अल्पसंख्यक बहुल इलाकों जैसे गोरोइमारी टोपामारी आदि से आए। डोलगांव विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस ने 1,80,000 वोटों से बढ़त हासिल की, जबकि हिंदू बहुल इलाकों में उन्हें मुश्किल से 10-12 हजार वोट मिले।''

मुख्यमंत्री ने धुबरी लोकसभा सीट के बारे में भी बात की, जहां कांग्रेस उम्मीदवार रकीबुल हुसैन ने 10 लाख से अधिक मतों के भारी अंतर से जीत हासिल की।

सीएम ने कहा, ''रकीबुल हुसैन ने धुबरी सीट पर बहुत बड़े अंतर से जीत दर्ज की है। आमतौर पर कोई भी इतने वोटों के अंतर से सीट नहीं जीत सकता। यह परिणाम हुसैन के लिए भले ही अच्छी खबर लेकर आया हो, लेकिन समाज के लिए यह एक बुरा संकेत है।"

उन्होंने कहा कि निचले और मध्य असम में स्थानीय आबादी के लिए "खतरा" पैदा हो गया है जिसका मुकाबला किया जाना जरूरी है।

मुख्यमंत्री ने कहा, ''जब हिंदू आबादी बड़ी संख्या में भाजपा को वोट देती है तो विपक्ष हमें सांप्रदायिक कहता है। लेकिन इस लोकसभा चुनाव में वोटिंग पैटर्न देखिए, हिंदू वोट भाजपा और अन्य पार्टियों के पक्ष में पड़े हैं, जबकि मुस्लिम वोट कांग्रेस को गए हैं।''

उन्होंने कहा कि बदरुद्दीन अजमल भी धुबरी लोकसभा सीट 10 लाख से अधिक मतों के अंतर से नहीं जीत सकते थे। लेकिन, यह कांग्रेस की 'सांप्रदायिक' राजनीति के कारण संभव हो सका।

उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने असम में दो अल्पसंख्यक बहुल निर्वाचन क्षेत्रों नागांव और धुबरी में जीत हासिल की।

असम में भाजपा ने 14 में से नौ सीटों पर जीत हासिल की है। वहीं, जोरहाट सीट पर कांग्रेस नेता गौरव गोगोई का कब्‍जा रहा। इस सीट पर भाजपा और मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने प्रचार अभियान में पूरा जोर लगा दिया था।


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