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उल्फा-आई का समर्थन करने वाली असम की मुक्केबाज को मिली जमानत

प्रतिबंधित संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम-इंडिपेंडेंट (उल्फा-आई) का कथित रूप से समर्थन करने के आरोप में जेल में बंद असम के मोरानहाट की एक युवा वुशू खिलाड़ी और मुक्केबाज को एक अदालत ने जमानत दे दी है

उल्फा-आई का समर्थन करने वाली असम की मुक्केबाज को मिली जमानत
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गुवाहाटी। प्रतिबंधित संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम-इंडिपेंडेंट (उल्फा-आई) का कथित रूप से समर्थन करने के आरोप में जेल में बंद असम के मोरानहाट की एक युवा वुशू खिलाड़ी और मुक्केबाज को एक अदालत ने जमानत दे दी है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। 23 वर्षीया मैना चुटिया को उल्फा-आई के पक्ष में लिखी गई एक फेसबुक पोस्ट पर कथित रूप से टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

चराइदेव जिले के पुलिस अधीक्षक युवराज सौरव ने आईएएनएस को बताया कि चुटिया ने सोशल मीडिया के जरिए उल्फा-आई में शामिल होने की इच्छा जाहिर की थी और उसे कानून के मुताबिक गिरफ्तार कर लिया गया था।

यह आरोप लगाया गया है कि उसने फेसबुक पर लिखा था, "अगर मुझे कोई लिंक मिलता है, तो मैं उल्फा में शामिल हो जाऊंगा। मुझे उल्फा-आई पसंद है।"

चराईदेव जिले की एक निचली अदालत ने शुक्रवार को चुटिया को जमानत दे दी। उसने डेढ़ महीने से अधिक समय जेल में बिताया।

फेसबुक पर उसकी टिप्पणी पुलिस के साइबर सेल की जांच के दायरे में आ गई थी और मोरानहाट पुलिस स्टेशन की एक टीम एथलीट के घर गई और उसे 17 जून को गिरफ्तार कर लिया।

जेल से बाहर आने के बाद चुटिया ने कहा, "इतने दिन जेल में बिताना मुश्किल था, लेकिन वहां कुछ अच्छी चीजें सीखने को मिली।"

खबरों के मुताबिक, वह रविवार से गुवाहाटी में होने वाले वुशू टूर्नामेंट में हिस्सा लेंगी।

उल्लेखनीय है कि, जोरहाट की एक कॉलेज छात्रा बरसश्री बुरागोहेन भी उल्फा-आई का समर्थन करने के आरोप में जेल में थी। गुवाहाटी उच्च न्यायालय ने हाल ही में उन्हें जमानत दी। हालांकि, शिवसागर जिले का एक अन्य युवक बिटुपन चांगमई अभी भी बरसश्री के फेसबुक पोस्ट पर टिप्पणी करने के आरोप में जेल में है।


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