आशा कार्यकर्ता शुक्रवार को ‘संगठित रहो-प्रतिरोध करो’ अभियान शुरू करेंगे
उत्तराखण्ड आशा हेल्थ वर्कर यूनियन 9 से 24 अगस्त तक राज्य में ‘संगठित रहो-प्रतिरोध करो’ अभियान संचालित करेगी

हल्द्वानी । उत्तराखण्ड आशा हेल्थ वर्कर यूनियन 9 से 24 अगस्त तक राज्य में ‘संगठित रहो-प्रतिरोध करो’ अभियान संचालित करेगी।
इस अभियान के तहत शुक्रवार (09 अगस्त) को जिला मुख्यालयों पर एकत्रित होकर आशा कार्यकर्ता मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को अपनी मांगों से सम्बंधित ज्ञापन प्रेषित करेंगी तथा अभियान का समापन 24 अगस्त को सभी विकासखण्डों में धरना प्रदर्शन एवं जलूस निकालकर किया जायेगा।
यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष कमला कुंजवाल ने गुरुवार को यूनीवार्ता को यह जानकारी देते हुए बताया, “संगठित रहो, प्रतिरोध करो” अभियान के तहत जिला एवं विकासखण्ड स्तर पर बैठकें आयोजित की जाएंगी। इसके अलावा सभी जिलों में यूनियन का सदस्यता अभियान भी चलाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने आशा कार्यकर्ताओं के लिए दो हजार रुपये मासिक मानदेय स्वीकृत किया था जबकि वर्तमान सरकार ने चौबीस घंटे इमरजेंसी ड्यूटी में रहने वाली आशाओं को गत वर्ष अक्टूबर से दिसम्बर माह तक का एक हजार रुपये प्रतिमाह की दर से अब तक केवल तीन हजार रुपये ही भुगतान किया है।
श्रीमती कुंजवाल ने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं की मांग है कि राज्य में कार्यरत आशा कार्यकर्ताओं को भी आंध्र प्रदेश की तर्ज पर दस हजार रुपये मासिक मानदेय दिया जाय और साथ ही राज्य सरकार ने जो वार्षिक प्रोत्साहन राशि बंद कर दी है उसे पुनः जारी करने के अलावा कार्यकर्ताओं को नियमित कर्मचारी का दर्जा भी दिया जाए।


