आशा वर्करों ने किया मंत्री के आवास का घेराव
आशा वर्करों ने कैबीनेट मंत्री राव नरवीर सिंह की कोठी का 'घेराव' किया और नारेबाजी के बाद अपनी मांगों का ज्ञापन मंत्री को दिया

गुड़गांव। आशा वर्करों ने कैबीनेट मंत्री राव नरवीर सिंह की कोठी का 'घेराव' किया और नारेबाजी के बाद अपनी मांगों का ज्ञापन मंत्री को दिया। सीटू से संबंधित सैकड़ों आशा वर्कर कमला नेहरू पार्क में जमा हुईं और फिर गुरुद्वारा रोड, सब्जी मंडी, मोर चौक होते हुए सिंह की कोठी पर पहुंचीं।
प्रदर्शन का नेतृत्व आशा वर्कर्स यूनियन की जिला प्रधान मीरा देवी तथा सीआईटीयू के राज्य प्रधान कामरेड सतवीर सिंह कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों ने कैबिनेट मंत्री के आवास का घेराव करते हुए जहां अपनी मांगों का ज्ञापन कैबिनेट मंत्री को सौंपा।
वहीं हरियाणा सरकार के जारी किए गए छंटनी करने के पत्रों की होली जलाई। मीरा देवी ने इस अवसर पर कहा कि 17 जनवरी से एक फरवरी तक राज्य भर में बीस हजार से ज्यादा आशा वर्करों ने राज्यव्यापी हड़ताल की थी जिससे स्वास्थ्य विभाग की तमाम सेवाएं चरमरा गई थीं तथा नतीजतन स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने आशा वर्करों के साथ समझौता किया।
मीरादेवी ने कहा कि समझौते के अनुसारआशा वर्करों के मानदेय में 3000 रुपए के मासिक मानदेय में बढ़ोतरी करते हुए 4000 मासिक मानदेय देना तय हुआ था, वही सभी प्रकार के इन्सेटिव डबल करने का वायदा स्वास्थ्य मंत्री ने किया था। मगर लगभग चार महीने गुजर जाने के बाद भी हरियाणा सरकार एवं स्वास्थ्य मंत्री ने आज तक उस समझौते की नोटिफिकेशन जारी नहीं किया है। उल्टे; आंदोलन करने पर नोटिस देने की धमकी देकर आशा वर्करों को नौकरी से निकालने के पत्र जारी कर डराने का प्रयास किया गया है।
उन्होंने कहा कि सरकार के इस कदम से प्रदेश भर में आशा वर्करों में सरकार के प्रति भारी रोष है। उल्लेखनीय है कि आशा वर्करों ने सात जून से दो दिन की हड़ताल पर जाने की चेतावनी इस मुद्दे पर दी है और कहा है कि उस पर भी सरकार नहीं मानी तो आशा कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगी।


