कलेक्टर की पहल से आर्यन ठीक से सुनने लगा
बचपन से ही एक कान से ठीक से नही सुन पाने की वजह से दस साल के आर्यन को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। स्कूल में पढ़ाई करते हुये वह जरूरी चीजों को नही सुन पाता था

कोरबा। बचपन से ही एक कान से ठीक से नही सुन पाने की वजह से दस साल के आर्यन को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। स्कूल में पढ़ाई करते हुये वह जरूरी चीजों को नही सुन पाता था। घर में और बाहर खेलकूद करते समय भी उसे सुनने में परेशानी थी। उसके माता पिता ने आर्यन के कानों की जांच भी कराई, लेकिन उसकी समस्या वैसी ही बनी रही।
आर्यन ठीक से सुन पाये इसके लिये उनके माता पिता को सलाह दी गई कि श्रवण यंत्र खरीदकर उसके कान में लगाये। लेकिन आर्यन के पिता उमाशंकर की आर्थिक स्थिति ठीक नही थी। किसी तरह मजदूरी कर वह अपने परिवार का भरण पोषण करता था। इसलिये बाजार से श्रवण यंत्र नही खरीद पाया।
कल जब ग्राम स्वराज अभियान में कलेक्टर मोहम्मद कैसर अब्दुल हक एवं पुलिस अधीक्षक मयंक श्रीवास्तव ग्राम खम्हरिया पहुंचे और गांव की समस्याओं को जानने पैदल ही ग्रांव का भ्रमण करने लगे तो गांव के लोगों ने कई छोटी बड़ी मांगे बताई। कलेक्टर ने सीसी रोड़, बाउंड्रीबॉल, पेयजल एवं आंगनबांड़ी भवन जैसी मांगों पर शीघ्र ही कार्यवाही करने की बात कही।
इसी दौरान भीड़ में गांव की एक महिला लता पाटले ने अपने दस साल के बेटे आर्यन को ठीक से सुनाई नही देने की जानकारी देते हुये श्रवण यंत्र की मांग की। कलेक्टर ने दस मिनट के भीतर ही समाज कल्याण विभाग के माध्यम से आर्यन को श्रवण यंत्र प्रदान कर दिया। कलेक्टर की पहल से तुरंत ही श्रवण यंत्र मिलने पर आर्यन की माता ने खुशी जताते हुये धन्यवाद दिया।
पाली ब्लाक के ग्राम खम्हरियां निवासी लता पाटले ने बताया कि उसके पति मजदूरी का कार्य करते है। उसका छोटा बेटा आर्यन कक्षा चौथी में पढ़ाई करता है। उसके दाहिना कान में बचपन से ही ठीक से सुनाई नही देता है। उन्होंने बताया कि कान में ठीक से सुन नही पाने की वजह से उसकी पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। कक्षा में जरूरी विषय का अध्यापन होने पर उसे ठीक से समझ नही आता। लता ने बताया कि कलेक्टर मो हक ने दस मिनट के भीतर ही श्रवण यंत्र दिलवा दिया।
श्रवण यंत्र कान में लगाने के बाद आर्यन ठीक से सुन सकता है। उसने इसके लिये शासन प्रशासन को धन्यवाद भी दिया।


