अरुणाचल विधानसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित
अरुणाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष पासंग दोरजी सोना ने शुक्रवार को सदन को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया

ईटानगर। अरुणाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष पासंग दोरजी सोना ने शुक्रवार को सदन को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया।
विधानसभा सत्र गुरुवार को राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) के.टी. परनायक के अभिभाषण के साथ शुरू हुआ। दो दिवसीय सत्र के दौरान 01 अप्रैल से 31 जुलाई, 2024 तक चार महीनों के लिए 8,881.46 करोड़ रुपये का अंतरिम बजट (वोट ऑन अकाउंट) उपमुख्यमंत्री एवं मंत्री चौना मीन द्वारा प्रस्तुत किया गया।
उल्लेखनीय है कि यह चुनावी वर्ष है और 7वीं अरुणाचल प्रदेश विधान सभा का आखिरी सत्र है, जिसका कार्यकाल 02 जून को समाप्त हो रहा है। अरुणाचल प्रदेश में इस साल लोकसभा चुनाव के साथ विधानसभा चुनाव होने की पूरी संभावना है।
सभापति ने सदन को अनिश्चित काल के लिए स्थगित करने से पहले, सदन की कार्यवाही के संचालन के तरीके पर प्रसन्नता व्यक्त की। विपक्षी पीठ ने सदन के सुचारू संचालन में सकारात्मक योगदान दिया। देश में अन्य विधानसभाओं के विपरीत कभी भी किसी व्यवधान का सामना नहीं करना पड़ा। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस प्रकार का अनुशासन भविष्य में भी जारी रहेगा।
विस अध्यक्ष ने राज्य सरकार के अधिकारियों, पुलिस, विधानसभा कर्मचारियों और मीडिया कर्मियों को भी धन्यवाद दिया, जिन्होंने वर्तमान सत्र की कार्यवाही के सुचारू संचालन में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से योगदान दिया है।
इससे पहले, विधानसभा ने तीन प्रमुख संशोधन विधेयकों को ध्वनि मत से पारित कर दिया, जिन्हें गुरुवार को पेश किया गया था। श्री मीन ने अरुणाचल प्रदेश राजकोषीय उत्तरदायित्व और बजट प्रबंधन (संशोधन) विधेयक, 2024 को पारित करने के लिए पेश किया।
वहीं, गृह मंत्री बामेंग फेलिक्स ने अरुणाचल प्रदेश लुकायुक्त (संशोधन) विधेयक, 2024 पेश किया और भूमि प्रबंधन मंत्री नाकाप नालो ने विधानसभा द्वारा पारित होने से पहले अरुणाचल प्रदेश (भूमि निपटान और अभिलेख) (संशोधन) विधेयक, 2024 को पेश किया।


