ललित सुरजन की कलम से - विश्व राजनीति के दो संकेत
'एंजेला मर्केल इस समय यूरोप की सबसे कद्दावर नेता हैं, वे सबसे अधिक अनुभवी भी हैं और उन्होंने एक विश्व नेता के रूप में अपनी छवि निर्मित की है

'एंजेला मर्केल इस समय यूरोप की सबसे कद्दावर नेता हैं, वे सबसे अधिक अनुभवी भी हैं और उन्होंने एक विश्व नेता के रूप में अपनी छवि निर्मित की है। एक ओर जहां विश्व के अनेक देश राजनीतिक कारणों से विस्थापित हुए जनसमूहों को शंका की दृष्टि से देखते हैं, उनका तिरस्कार करते हैं, उनके प्रति मानवतावादी दृष्टिकोण नहीं अपनाना चाहते और उन्हें अपने देश में शरण लेने से रोकते हैं, वहीं एंजेला मर्केल सीरिया और अन्य अरब देशों से आए शरणार्थियों के प्रति मानवीय दृष्टिकोण का परिचय दे रही हैं।
इस समय जर्मनी में बड़ी संख्या में विस्थापितों को शरण मिली हुई है। सुश्री मर्केल पर चुनाव के समय दबाव था कि वे शरणार्थियों के प्रति कठोर रुख अपनाएं अन्यथा उन्हें नुकसान उठाना पड़ेगा, लेकिन उन्होंने चुनावी जीत अथवा राजनीतिक लाभ के लिए सिद्धांतों से समझौता करने से इंकार कर दिया।
इस कारण उनसे बहुत से मतदाता नाराज हुए और उनको मिले वोटों में इसी वजह से कमी आई। जबकि भावनाओं को भड़काने वाले अतिवादी दल के वोटों में अच्छी खासी बढ़ोतरी हुई।'
(देशबन्धु में 12 अक्टूबर 2017 को प्रकाशित )
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