ललित सुरजन की कलम से - राजनीति के नए रंग
'भारतीय जनता पार्टी को स्पष्ट बहुमत के साथ केन्द्र में तथा आम आदमी पार्टी को अभूतपूर्व बहुमत के साथ दिल्ली में मतदाताओं ने इस भावना के साथ विजय दिलवाई थी कि ये सरकारें लोकहित में बिना किसी अनुचित दबाव के काम कर सकेंगी

'भारतीय जनता पार्टी को स्पष्ट बहुमत के साथ केन्द्र में तथा आम आदमी पार्टी को अभूतपूर्व बहुमत के साथ दिल्ली में मतदाताओं ने इस भावना के साथ विजय दिलवाई थी कि ये सरकारें लोकहित में बिना किसी अनुचित दबाव के काम कर सकेंगी, किन्तु यह विश्वास बहुत जल्दी बिखरते नज़र आ रहा है।
पिछले सात-आठ दिन में राजनीतिक मंच पर जो दृश्य देखने मिले हैं वे बढ़ती हुई निराशा और मोहभंग की ओर ही संकेत करते हैं। लगभग दस माह पूर्व केन्द्र में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनी और उसके बाद भी जनता ने प्रदेश विधानसभाओं के चुनावों में भाजपा को शायद यही सोचकर समर्थन दिया था कि नरेन्द्र मोदी के हाथ जितने मजबूत होंगे उतनी ही गति से देश का विकास होगा, लेकिन अब लोग अपने ही फैसले पर शंका कर रहे हैं। ऐसी ही कुछ स्थिति दिल्ली के संदर्भ में आम आदमी पार्टी की भी बन गई है।'
(देशबन्धु में 12 मार्च 2015 को प्रकाशित)
https://lalitsurjan.blogspot.com/2015/03/blog-post_11.html


