ललित सुरजन की कलम से - युद्ध की तारीफ में
'नरेन्द्र मोदी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के निष्ठावान कार्यकर्ता हैं, यह उनका एक व्यक्तित्व है

'नरेन्द्र मोदी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के निष्ठावान कार्यकर्ता हैं, यह उनका एक व्यक्तित्व है। वे एक बड़े देश के प्रधानमंत्री हैं, यह उनका दूसरा व्यक्तित्व है। वे संघ के कार्यकर्ता होने के नाते पाकिस्तान से लडऩे की बात करते हैं, उसे नेस्तनाबूद करने की धमकी देते हैं, तो दूसरी ओर प्रधानमंत्री होने के नाते संयम बरतते हैं।
उन्हें अब शायद पता है कि दो देशों के बीच युद्ध बच्चों का खेल नहीं है। अटलबिहारी वाजपेयी ने भी जान लिया था कि एटम बम बना लेने से देश सुरक्षित नहीं हो जाता। किन्तु इन भक्तों का क्या करें?
उन्हें तो जो पाठ पढ़ाया गया है वे उसी को दोहराते रहते हैं। दोहराते क्या, बल्कि जब मौका मिले जुगाली करते रहते हैं। कितना अच्छा हो कि सुभाष चन्द्रा और अर्णब गोस्वामी के नेतृत्व में इन तमाम वीर बालकों को सीमा पर भेज दिया जाए ताकि वे अपनी शाब्दिक देशभक्ति को व्यवहार में बदल सकें।'
(देशबन्धु में 29 सितंबर 2016 को प्रकाशित)
https://lalitsurjan.blogspot.com/2016/09/blog-post_28.html


