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असीम मुनीर भारत को बदनाम करने में ट्रंप के साथ

एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पिछले दिनों कहा था, 'मेरे पास ब्रह्मोस है'

असीम मुनीर भारत को बदनाम करने में ट्रंप के साथ
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- सुशील कुट्टी

क्या जनरल असीम मुनीर को पता भी है कि अगर भारत 'स्थगन' की जगह 'पूर्ण विराम' लगा देता है, तो 25 करोड़ पाकिस्तानी 'भूख से मर' जाएंगे? ट्रंप को इसकी जऱा भी परवाह नहीं होगी। जनरल मुनीर और राष्ट्रपति ट्रंप पर परमाणु बटन का भरोसा नहीं किया जा सकता। टैम्पा कार्यक्रम में फ्लोरिडा के 120 पाकिस्तानी शामिल हुए। यहां तक कि एक इजऱाइली रक्षा बल का प्रतिनिधि भी था!

एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पिछले दिनों कहा था, 'मेरे पास ब्रह्मोस है'। यह नारा पाकिस्तान के 'जिहादी जनरल', फील्ड मार्शल असीम मुनीर के लिए था। ट्रंप और मुनीर की दोस्ती इतनी दूर तक नहीं जाती, उनकी जीवन भर की जान-पहचान बिटकॉइन तक ही सीमित है। ट्रंप के बच्चे, डोनाल्ड ट्रंप जूनियर और एरिक ट्रंप, क्रिप्टोकरेंसी के चक्कर में पागल हो गए हैं और उन्हें जनरल मुनीर की उदार मदद से ट्रंप के खोए हुए अरबों डॉलर वापस दिलाने का काम सौंपा गया है।

जनरल मुनीर को ट्रंप ने एक और भूमिका सौंपी है : भारत, भारतीय सेना, वायु सेना और नौसेना को छोटा करना। जनरल मुनीर, सभी पाकिस्तानी सैन्य अधिकारियों की तरह, सिर में परमाणु बम लिए हुए हैं, और हर अगले दिन 'हम एक परमाणु राष्ट्र हैं' कहकर साहस जुटाते हैं, जो कि राष्ट्रपति ट्रंप की पाकिस्तानी रणनीति का पसंदीदा वाक्य है। ट्रंप के पास मुनीर के लिए दूसरी योजनाएं हैं, भारत पर परमाणु हमले से लेकर पाकिस्तान के 'किलो-किलो का परमाणु बम' तक। पाकिस्तान के फील्ड मार्शल ने भारत और सिंधु जल प्रणाली पर बने भारतीय बुनियादी ढांचे को नष्ट करने की धमकी दी है। जनरल मुनीर का कहना है कि पाकिस्तान के पास मिसाइलों की कोई कमी नहीं है और भारत को झुककर 'सलाम' करना चाहिए। जनरल मुनीर ने 'परमाणु युद्ध' की चेतावनी दी है और यह सब ट्रंप के देश से हो रहा है। जनरल मुनीर का मानना है कि उन्होंने इसमें शामिल सभी लोगों, पाकिस्तान, अमेरिका और भारत, के लिए खतरे बढ़ा दिए हैं। राष्ट्रपति ट्रंप और जनरल मुनीर सामूहिक विनाश के हथियारों में विश्वास करते हैं, पहला इसलिए क्योंकि उनकी नजऱ नोबेल शांति पुरस्कार पर है और दूसरा इसलिए क्योंकि सामूहिक विनाश के हथियारों की विनाशकारी प्रकृति है। किसी और ज़माने में, अमेरिकी ट्रंप और पाकिस्तानी मुनीर एक-दूसरे के लिए एक 'आइटम', एक 'रिंगर' होते। जनरल मुनीर और राष्ट्रपति ट्रंप ने इस रहस्य को साझा किया कि युद्धविराम की गुहार किसने लगाई थी? भारत कहता है, 'कैसा युद्धविराम?', बस एक 'समझौता' था।

मुद्दा यह है कि मुनीर और ट्रंप की अच्छी बनती है। ट्रंप मुनीर जैसा ही एक और युद्ध चाहते हैं। मुनीर दो महीनों में दो बार अमेरिका जा चुके हैं।वे अमेरिकी जनरलों से मिल रहे हैं। राष्ट्रपति ट्रंप और रक्षा सचिव पीट हेगसेथ के आदेश पर ही ऐसा हो रहा होगा। पाकिस्तान के वास्तविक शासक जनरल असीम मुनीर ट्रंप जैसे दुस्साहसी हैं कि उन्होंने खुलेआम धमकी दी है कि 'हम एक परमाणु राष्ट्र हैं। अगर हमें लगता है कि हम नीचे जा रहे हैं, तो हम आधी दुनिया को अपने साथ ले जाएंगे,' जनरल मुनीर ने अमेरिकी धरती से राष्ट्रपति ट्रंप के सामने उनके सुनने के स्थान, ओवल ऑफिस में यह धमकी दी? सभी संकेतों से यही लगता है कि ट्रंप और मुनीर एक-दूसरे के दोस्त हैं।

क्या ट्रंप और मुनीर के संबंधों से भारत को चिंतित होना चाहिए? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इन दोनों बिगड़े हुए लोगों पर चौबीसों घंटे नजऱ रखनी चाहिए। जनरल मुनीर की यह धमकी कि सिंधु जल प्रणाली पर भारत जो भी बांध बनाने की हिम्मत करेगा, उसे 'मिसाइल से उड़ा दिया जाएगा', भारत की समझदारी को सीधी चुनौती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'युद्ध जैसी कार्रवाई' के दावे का क्या हुआ, क्या यह नया सामान्य है? जनरल असीम मुनीर की सख्त बातें संक्रामक नहीं हैं, क्या भारत कुछ नहीं करेगा, कुछ भी नहीं करेगा, क्या वह जैसे को तैसा देगा?

दुख इस बात का है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक ऐसे देश का नेतृत्व कर रहे हैं जो खून से लथपथ है। जनरल असीम मुनीर भारत की पहचान 'हिंदू' से करते हैं। अब, जल युद्ध छिड़ा हुआ है, और प्रधानमंत्री मोदी ने सिंधु जल संधि को स्थगित कर दिया है। प्रधानमंत्री मोदी को सिंधु जल पर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। जनरल मुनीर को चुप कराना और राष्ट्रपति ट्रंप को खेल खेलने से रोकना ज़रूरी है।

क्या जनरल असीम मुनीर को पता भी है कि अगर भारत 'स्थगन' की जगह 'पूर्ण विराम' लगा देता है, तो 25 करोड़ पाकिस्तानी 'भूख से मर' जाएंगे? ट्रंप को इसकी जऱा भी परवाह नहीं होगी। जनरल मुनीर और राष्ट्रपति ट्रंप पर परमाणु बटन का भरोसा नहीं किया जा सकता।

टैम्पा कार्यक्रम में फ्लोरिडा के 120 पाकिस्तानी शामिल हुए। यहां तक कि एक इजऱाइली रक्षा बल का प्रतिनिधि भी था! ट्रंप के लंच में वे क्या कर रहे थे और जब क्रिप्टोकरेंसी की बात हो रही है, तो वे क्या कर रहे हैं? कल्पना कीजिए, दुनिया की सेहत एक सिक्के पर निर्भर है! जनरल असीम मुनीर खुद को और देश-विदेश में बसे पाकिस्तानी प्रवासियों को दिलासा दे रहे हैं। उनकी कुटिल सोच में, पाकिस्तान ने 'चार दिवसीय युद्ध' जीत लिया। 'भारतीयों को अपनी हार स्वीकार करनी चाहिए... खेल भावना एक गुण है,' पाकिस्तानी नेता ने टैम्पा पाकिस्तानियों से कहा।

यह प्रधानमंत्री मोदी की गलती है। मोदी को कम से कम उम्मीद होने पर भी बात बीच में ही टाल देने की आदत है। मोदी के पीछे हटने और पीछे हटने की एक पूरी सूची है। दुख की बात है कि कुछ नहीं किया जा सकता। ट्रंप, मुनीर और मोदी की तिकड़ी! मिसाल के तौर पर, मुनीर द्वारा कुरान से उद्धृत इस कथन का क्या मतलब है: 'एक ट्वीट कहता है सूरा फ़िल, मुकेश अंबानी की तस्वीर के साथ ताकि उन्हें दिखाया जा सके कि हम अगली बार क्या करेंगे?'

सूरा अल-फ़िल, जिसे 'हाथी' भी कहा जाता है, कुरान का 105वां अध्याय है, जिसमें बताया गया है कि कैसे अल्लाह ने दुश्मन के युद्ध के हाथियों पर पत्थर गिराने के लिए पक्षियों को भेजा और उन्हें 'चबाया हुआ भूसा' बना दिया, असीम ने टैम्पा को बताया। 'हम भारत के पूर्व से शुरुआत करेंगे, जहां उन्होंने अपने सबसे मूल्यवान संसाधन खोजे हैं, और फिर पश्चिम की ओर बढ़ेंगे।' सवाल यह है कि क्या 'जिहादी जनरल' मुनीर को पता है कि भारत की पहचान हाथी से है और भारत का पूर्वी भाग भारत के हाथियों का घर है?

हाथियों की तो बात ही छोड़िए, जनरल मुनीर ने भारत की तुलना एक चमचमाती मर्सिडीज़ से और पाकिस्तान की तुलना एक टूटे हुए कूड़ेदान (सेना के) से की और चेतावनी दी कि जब पेंट उखड़ता हुआ यह कूड़ेदान एक जर्जर पाकिस्तानी सड़क पर, जहां स्पीड-ब्रेकर के लिए गड्ढे बने हैं, मर्सिडीज़ से टकराएगा, तो मर्सिडीज़ की चमक फीकी पड़ जाएगी! क्या बुज़ुर्ग डोनाल्ड ट्रंप उस पाकिस्तानी को जानते भी हैं जिसके साथ उनका रिश्ता है? आखिर मेंमेलानिया ट्रंप की हंसी अंतिम होगी!


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