कुत्ते से बात करते हुए

- डॉ श्यामबाबू शर्मा
अल स्सुबह-स्सुबह
टहलते हुए
साथ टहलने लगा एक कुत्ता
वह हम आपकी तरह
बोल नहीं सकता था
और भी बहुत कुछ
जो वह हम आपकी तरह
कर पाने में नाकामयाब
मसलन
रंग बदलना
धोखा देना
नमक हरामी इत्यादि इत्यादि
उससे अंग्रेजी में पूछा
यस्स...हाउ आर यू?
अंग्रेजी में पूछना हड़कना
इस समय लाजिमी है
हिंदी अब मजदूर मजलूम की भाषा है
परजा की भाषा है
वह कुछ न बोला
ऐनी प्राब्लम?
फिर मौन
गहरा मौन
मैं अंग्रेजी में सवाल करता रहा
कुत्ता सुनता रहा
...याद आया
इनके नये इंतजामात का
नये बाड़ों में कैद करने
स्टेरिलाइजेशन के फरमान का
ओह! दैट्स व्हाइ यू आर साइलेंट
कुत्ते ने मौन तोड़ा
बड़ी जोर से भौंका
यकायक काटने को दौड़ा
मैंने पुचकारा
ह्वाट हैपेंड डियर
उसने दोनों टांगें उठाई
टहलते लोगों पर
गंभीर निगाह दौड़ाई
उनके क्रिया कलाप दिखाये
लोग एक दूसरे को पीछे करते
दौड़ते भागते
सियासतजदा
छोरों में जकड़े
हांफ रहे थे
बचने और जीने की ललक में
कुछ बेतहाशा भाग रहे थे
वह थककर बैठ गया
बचने भागने के योगासनों में
कुत्ता कई रूपों में
नमूदार हो रहा था
उसके इतने रूप
कि ख़त्म होने की इंतहा
थकावट को समझकर
उसे सहलाया
वह पास आया
मुस्कराया
फुसफुसाया
अपनी बढ़ती आबादी
रूपों और ताकत पर
इतराकर खिलखिलाया।


