मेरठ के प्रॉपर्टी व्यापारी की हत्या का आरोपी गिरफ्तार
इंदिरापुरम थाना क्षेत्र के मेवाड़ कॉलेज के पास ढ़ाबे के बाहर कार टकराने को हुए विवाद में की गई मेरठ के प्रॉपर्टी कारोबारी की हत्या के मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है
गाजियाबाद। इंदिरापुरम थाना क्षेत्र के मेवाड़ कॉलेज के पास ढ़ाबे के बाहर कार टकराने को हुए विवाद में की गई मेरठ के प्रॉपर्टी कारोबारी की हत्या के मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने इसके पास से हत्या में प्रयुक्त लाइसेंसी पिस्टल भी बरामद की है।
पकड़ा गया आरोपी शातिर किस्म का अपराधी है और खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज है। 2003 में नोएडा में ज्वैलरी शोरूम से हीरे व जेवर लूट के मामले में शामिल रह चुका है। उसके एक साथी संजीव को पुलिस पूर्व में गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
गुरुवार को एसपी सिटी आकाश तोमर ने प्रेसवार्ता में बताया कि पकड़ा गया आरोपी वसुंधरा निवासी राजकुमार उर्फ प्रिंंस है। वह प्रॉपर्टी डीलर है। प्रिंंस ने पूछताछ में बताया कि वह और संजीव रविवार रात मेवाड़ के पास भाटिया ढ़ाबे पर बैठे शराब पी रहे थे और यहां से निकले तो उनकी कार दूसरी कार से टकरा गई। इस पर दोनों पक्षों में विवाद के बाद मारपीट हो गई। इस पर संजीव व प्रिंंस ने अपनी लाइसेंसी पिस्टलों से गोलीबारी कर दी। अमनदीप के सीने से सटाकर गोली चला दी और उसकी मौके पर मौत हो गई। पुलिस ने संजीव को पूर्व में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था जबकि प्रिंंस को बृहस्पतिवार को एमेटी के पास से गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस की लापरवाही हुई उजागर
जांच में पता चला है कि प्रिंंस के पास लाइसेंसी पिस्टल है और उसका लाइसेंस बुलंदशहर के पते पर बना हुआ है। वह मूलरूप से साहिबाबाद गांव का रहने वाला है। आपराधिक इतिहास होने के बाद वह लंबे समय से लाइसेंसी हथियार लेकर घूम रहा था और पुलिस उसका लाइसेंस निरस्त नहीं करा सकी। उसने लाइसेंसी पिस्टल से ही हत्याकांड को अंजाम दिया।
वहीं संजीव का लाइसेंस उत्तराखंड से बना हुआ है और वह भी लंबे समय से अवैध रूप से लाइसेंसी पिस्टल लेकर साहिबाबाद में रह रहा था। इस बात का पर्दाफाश होने के बाद पुलिस अब दोनों के लाइसेंस निरस्तीकरण के लिए उत्तराखंड व बुलंदशहर प्रशासन को रिपोर्ट भेजेगी।


