सेनाओं पर हथियार और उत्पाद खरीदने का दबाव नहीं होगा: सीतारमण
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज कहा कि भले ही सरकार देश को रक्षा क्षेत्र में विनिर्माण हब बनाने की दिशा में काम कर रही है लेकिन तीनों सेनाओं पर घरेलू हथियार और उत्पाद खरीदने का दबाव नहीं होगा

चेन्नई। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज कहा कि भले ही सरकार देश को रक्षा क्षेत्र में विनिर्माण हब बनाने की दिशा में काम कर रही है लेकिन तीनों सेनाओं पर घरेलू हथियार और उत्पाद खरीदने का दबाव नहीं होगा और वे अपनी जरूरत के हिसाब से अत्याधुनिक उत्पादों की खरीद कर सकेंगी।
सीतारमण ने आज यहां शुरू हुई चार दिन की रक्षा प्रदर्शनी 'डेफ एक्सपो 2018' के पहले दिन संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार रक्षा क्षेत्र में घरेलू उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठा रही है और इसमें निजी क्षेत्र की भागीदारी भी बढ़ाई जा रही है और इसके अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं।
चेन्नई से लगभग 50 किलोमीटर दूर बंगाल की खाड़ी से सटे ऐतिहासिक चोलाडंलम तथा महाबलीपुरम के निकट हो रही इस प्रदर्शनी का विधिवत उद्घाटन कल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे।
रक्षा मंत्री ने कहा कि वह चाहती हैं कि सेना देश में बने उत्पाद खरीदे लेकिन इसके लिए उन पर कोई दबाव नहीं है। अपनी संचालन तैयारियों को मजबूत बनाने के लिए सेना, नौसेना तथा वायु सेना अपनी जरूरत के हिसाब से विदेशों से अत्याधुनिक हथियार खरीदने के लिए स्वतंत्र है। उन्हें कब और कौन सी चीज चाहिए, इसका निर्णय सेनाओं को करना है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि देश रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है और अब इस क्षेत्र में चुनौतियों से अधिक मौके हैं जिनका फायदा उठाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से कुछ क्षेत्रों में काफी प्रगति हुई है और सार्वजनिक क्षेत्र के कुछ उपक्रम अच्छा काम कर रहे हैं।


