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पंजाब व केपी प्रांतों में तैनात की जाएगी सेना

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान की नाटकीय गिरफ्तारी के बाद तनाव बढ़ने के बीच पंजाब के बाद खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के अधिकारियों ने भी स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सेना की टुकड़ियों को बुलाया है

पंजाब व केपी प्रांतों में तैनात की जाएगी सेना
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इस्लामाबाद| पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान की नाटकीय गिरफ्तारी के बाद तनाव बढ़ने के बीच पंजाब के बाद खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के अधिकारियों ने भी स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सेना की टुकड़ियों को बुलाया है। यह जानकारी स्थानीय मीडिया ने दी। आंतरिक मंत्रालय ने पंजाब सरकार के अनुरोध पर सैनिकों की दस कंपनियों को मंजूरी दी है। सरकार ने कहा है कि कानून, व्यवस्था और शांति बहाल करने के लिए सेना जिला प्रशासन के साथ मिलकर काम करेगी।

जियो न्यूज ने बताया कि पंजाब प्रांतीय पुलिस ने कहा कि प्रांत में सरकारी संपत्ति, पुलिस बल और कानून प्रवर्तन एजेंसियों पर हमला करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।

अधिसूचना में कहा गया है, पूरे प्रांत में हिंसक कृत्यों, तोड़फोड़, सार्वजनिक और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है।

पंजाब पुलिस के प्रवक्ता ने कहा, पुलिस और सरकारी एजेंसियों के 25 से अधिक वाहनों को नष्ट कर दिया गया।

जियो न्यूज ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने 14 से अधिक सरकारी भवनों पर हमला किया, लूटपाट की और सरकारी संपत्ति को गंभीर नुकसान पहुंचाया।

इसके अलावा, पंजाब प्रांत के महानिरीक्षक (आईजी) डॉ उस्मान अनवर ने साझा किया कि राज्य और कानून की रिट को चुनौती देने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

उन्होंने कहा कि जो लोग नागरिकों, पुलिस अधिकारियों और कर्मियों को घायल करते हैं और संपत्ति को नुकसान पहुंचाते हैं उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।

जियो न्यूज ने बताया कि हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद पेशावर में कम से कम 30 लोगों को गिरफ्तार किया गया।

पुलिस के मुताबिक, सार्वजनिक और निजी संपत्ति, वाहनों, मेट्रो बसों और सरकारी एंबुलेंस को नुकसान पहुंचाने के आरोप में मामले दर्ज किए गए हैं।

पुलिस ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज और अन्य स्रोतों से दंगाइयों और आगजनी करने वालों की पहचान की जा रही है।

इस खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए पीटीआई के उपाध्यक्ष शाह महमूद कुरैशी ने संघीय सरकार से सवाल किया कि सेना पंजाब में तैनाती के लिए कैसे उपलब्ध हो गई, जब पहले कहा गया था कि यह चुनाव ड्यूटी में व्यस्त है?

उन्होंने कहा, 'इमरान खान की जान पर खतरे को लेकर हमारी गंभीर चिंता है। हमारे नेता उन लोगों की गिरफ्त में हैं, जिन्होंने उन्हें धमकी दी। दूसरा, कल तक सेना बहुत व्यस्त थी, लेकिन ऐसा क्या हो गया है कि आज पंजाब और केपी में सेना तैनात की गई है? देश मूर्ख नहीं है।


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