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नॉर्वे में धनुर्धारी का हमला, पांच लोगों को मार डाला

नॉर्वे के कोन्सबर्ग शहर में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है जिस पर पांच लोगों की हत्या का आरोप है.

नॉर्वे में धनुर्धारी का हमला, पांच लोगों को मार डाला
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बुधवार रात नॉर्वे के कोन्सबर्ग शहर में एक धनुर्धारी का कहर टूटा. पुलिस का कहना है कि इस व्यक्ति ने अपने धनुष और बाण से पांच लोगों की जान ले ली. व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है लेकिन पुलिस ने कहा है कि उसका मकसद अभी पता नहीं चल पाया है. और यह कहना जल्दबादी होगी कि यह कोई आतंकवादी घटना थी या नहीं.

यह घटना कोन्सबर्ग शहर में हुई, जो नॉर्वे के उत्तर पूर्व में है. अधिकारियों ने बताया कि इस व्यक्ति ने परचून की दुकान के पास लोगों पर तीर कमान से हमला किया. पांच लोगों की जान चली गई और दो लोग घायल हुए.

क्यों हुआ हमला?
पुलिस ने मीडिया को घटना की जानकारी देते हुए कहा कि संदिग्ध को फौरन गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस प्रमुख ओएविंद आस ने बताया, "व्यक्ति को पकड़ लिया गया है. अब तक हमारे पास जो जानकारी है, उसके मुताबिक इस व्यक्ति ने अकेले ही घटना को अंजाम दिया. कई लोग घायल हैं और कई लोगों की मौत हो गई है.”

प्रभावित इलाके का दायरा काफी बड़ा बताया गया है. यह वारदात शहर के केंद्र में हुई. पुलिस को घटना के बारे में स्थानीय समय के मुताबिक शाम करीब साढ़े छह बजे सूचना मिली. 20 मिनट बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया.

पुलिस ने आरोपी की पहचान उजागर नहीं की है और उसका आतंकवाद से संबंध होने पर भी टिप्पणी नहीं की है. अधिकारियों का कहना है कि और जांच के बाद ही इस बारे में कुछ कहा जा सकेगा.

नॉर्वे की कार्यवाहक प्रधानमंत्री एरना सोलबर्ग ने इस घटना को वीभत्स करार दिया जबकि प्रधानमंत्री बनने जा रहे जोनास स्टोएरे ने इसे ‘क्रूर और नृशंस' बताया.

घायलों में पुलिस अफसर भी
नॉर्वे के मीडिया ने लिखा है कि हिंसा के डर से शहर के कई इलाकों को खाली करा लिया गया था. घटना स्थल पर दर्जनों हेलीकॉप्टर और एंबुलेंस पहुंची थीं. घायलों को आईसीयू में रखा गया है. दो घायलों में से एक पुलिस अफसर है जो उस वक्त ड्यूटी पर नहीं था.

घटना के बाद देश के पुलिस महानिदेशालय ने अफसरों को हथियार साथ रखने का आदेश दिया है. आम तौर पर स्कैंडेनेविया के देशों में पुलिस के पास हथियार नहीं होते.

करीब दस साल पहले एक दक्षिणपंथी आंद्रेस ब्रेविक ने देश के सबसे भयानक आतंकवादी हमले को अंजाम दिया था. ब्रेविक ने ओस्लो में एक बम धमाका करने के बाद लोगों पर गोलीबारी की थी. जुलाई 2011 में उटोया में हुई उस घटना में 77 लोगों की जान गई थी.


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