ऑटो चालकों की मनमानी, बढ़ाकर जबरन वसूला किराया
ऑटो व सवारी टैंपो की मनमानी एक बार फिर शहर की आम जनता पर भारी पड़ी

नोएडा। ऑटो व सवारी टैंपो की मनमानी एक बार फिर शहर की आम जनता पर भारी पड़ी। सरकारी तंत्र शहर की सड़कों को इनके कब्जे से मुक्ति दिला पाने में नाकाम साबित हो रहा है। ऑटोवाले अब तक अपना रूट खुद निर्धारित कर रहे थे, लेकिन अब किराया भी खुद ही तय करने लग गए हैं। इसका नजारा सोमवार को शहर में दिखा। यहां मनमाना किराया नहीं देने पर चालक ने सवारी को चढ़ने तक नहीं दिया। वहीं, कुछ चालकों द्वारा शहर में जगह-जगह सवारी ऑटो व टैंपो रोक दिए गए।
हालांकि एसोसिएशन के अध्यक्ष इस तरह के कार्य में अपना हाथ होने से साफ इंकार रहे हैं। उनका स्पष्ट कहना है कि यह कार्य अराजक तत्वों द्वारा किया जा रहा है। जिनका एसोसिएशन से किसी भी तरह से कोई मतलब नहीं है। शहर में रविवार को टैपों चालकों व ऑटो वालों को जबरन चलने से रोका गया। नहीं रुकने पर सवारियों से साथ अभद्रता की गई।
उन्हें टैंपो से उतार दिया गया। यह सब पीक आवर के दौरान हुआ। दोपहर बाद भी कई स्थानों पर ऐसी जानकारी मिलती रही। चालकों ने डर के चलते ऑटो टैंपो स्टैंड से नहीं निकाले। वहीं, कुछ टैंपो चले भी तो चालकों ने लोगों से मनमाना किराया वसूल किया। कई स्थान पर पुलिस कर्मी भी टैंपों चालकों को समझाते नजर आए। लेकिन वह नहीं माने। हड़ताली ऑटो चालकों ने स्पष्ट कहा कि सालों से हमारे किसी भी रूट का पैसा नहीं बढ़ा है। महंगाई दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है और हम सालों से पुराना रेट ही पा रहे हैं।
चालकों की मांग है कि उनका किराया बढ़ाया जाए क्योंकि सीएनजी के दाम भी बढ़ गए है और महंगाई भी। ऑटोवालों की इस हड़ताल की वजह से नोएडा में लोगों को उन रूट्स पर जाने में खासी परेशानी आ रही है, जहां अन्य कोई साधन नहीं जाता।
सवारियों को जबरन टैंपो से उतारा
गोलचक्कर, सेक्टर-62, ममूरा से लेकर कई स्थानों पर टैंपो से कुछ लोगों ने बैठी सवारी को उतार दिया। चालकों के विरोध करने के बाद भी उनकी नहीं सुनी। यही नहीं जो टैंपो बढ़ा किराया लेने के लिए कह भी रहे थे उन्हेंं भी जबरन रुकवाया गया। इसका खामियाजा मुसाफिरों को भुगतना पड़ा।
क्या कहते है अधिकारी
ऑटो सवारी टैंपो चालकों द्वारा हड़ताल की जानकारी नहीं है। सवारियों को जबरन टैंपो से उतारा गया या लॉ एंड आर्डर का उल्लंघन किया जाता है तो संबंधित के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा।
क्या कहती एसोसिएशन
सीएनजी ऑटो चालक एसोसिएशन के अध्यक्ष ओम प्रकाश ने बताया कि शहर में ऑटो चालकों की कोई हड़ताल नहीं थी। यह सारा काम कुछ अराजक लोगों का है। जिनका एसोसिएशन से कोई भी मतलब नहीं है। किराया बढ़ाने व सवारियों को उतारने की जानकारी मिली थी। लेकिन एसोसिएशन का इससे कोई मतलब नहीं है। ओम प्रकाश ने बताया कि एक माह पहले ऑटो चालकों ने किराया बढ़ाने के लिए एआरटीओ से मांग की थी। जिस पर उन्हें अध्यक्ष से लिखवाने के लिए कहा गया था।
लेकिन एसोसिएशन ने मना कर दिया था। सोमवार को जो भी किया गया उससे हमारा कोई मतलब नहीं है। वहीं, नोएडा ऑटो रिक्शा चलाक एसोसिएशन के अध्यक्ष लाल बाबू ने कहा कि एसोसिएशन की तरफ से किसी भी तरह की हड़ताल का आह्वान नहीं किया गया था। लेकिन एक मांग हमेशा से यही है कि दिल्ली के ऑटो को नोएडा में बंद किया जाए।


