पुलवामा हमले का एक और मास्टरमाइंड आतंकी कमांडर ढेर
पहले गाजी बाबा के प्रति था दावा, असमंजस का है माहौल

जम्मू। सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि उन्होंने पुलवामा के लेथपोरा में हुए आत्मघाती हमले के मास्टरमाइंड आतंकी कमांडर को मार गिराया है। पहले कुछ दिन पूर्व मारे गए गाजी बाबा के प्रति भी यही दावा किया गया था। इससे साजिशकर्ता के प्रति असमंजस का माहौल पैदा हो चुका है।
दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल में रविवार को सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में जैश-ए-मुहम्मद के तीन आतंकियों को मार गिराया। आतंकियों की शिनाख्त हो गई है। इनमें एक पाकिस्तान का आतंकी मारा गया है, जबकि एक आतंकी सज्जाद है।
पुलवामा में हुए आतंकी हमले में सज्जाद की कार का ही इस्तेमाल किया गया था। मुठभेड़स्थल से हथियार और गोला बारूद बरामद किया गया है। उनके पास से मिले सामानों से आतंकियों के जैश से जुड़े होने की पुष्टि हुई है।
इससे पुलवामा आतंकी हमले के मास्टरमाइंड की पहचान हो गई है। अधिकारियों ने दावा किया है कि इस हमले के पीछे जैश-ए-मुहम्मद के कम ज्ञात आतंकी मुदासिर अहमद खान उर्फ ‘मोहद भाई’ का दिमाग था। पुलवामा में 14 फरवरी को केरिपुब के काफिले पर हमले में 49 जवान शहीद हो गए थे।
अब जुटाए गए सुबूतों के आधार पर सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि 23 वर्षीय स्नातक डिग्रीधारी इलेक्ट्रीशियन खान ने आतंकी हमले के लिए वाहन और विस्फोटक की व्यवस्था की थी।
त्राल के मीर मोहल्ला निवासी खान 2017 में आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद में शामिल हुआ था। वह जमीन पर काम करने लगा, लेकिन बाद में कश्मीर घाटी में इस आतंकी संगठन को पुनर्जीवित करने वाले नूर मोहम्मद तंत्री उर्फ ‘नूर त्राली’ ने खान को अपने साथ लिया।
दिसंबर 2017 में तंत्री के मारे जाने के बाद खान अपने घर से 14 जनवरी, 2018 को गायब हो गया। विस्फोटक भरे वाहन को सीआरपीएफ की बस से टकराने वाले फिदायीन हमलावर आदिल अहमद डार मुदासिर अहमद खान के लगातार संपर्क में था।
स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद खान ने आईटीआई से इलेक्ट्रीशियन का एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स किया। माना जा रहा है कि मजदूर परिवार का सबसे बड़ा बेटा खान सुंजवां में पिछले साल फरवरी में सेना के शिविर पर आतंकी हमले में भी लिप्त रहा है।
उस हमले में सेना के छह जवान शहीद हो गए थे और एक नागरिक की भी मौत हो गई थी। इसके साथ ही लेथपोरा में जनवरी 2018 में हुए आतंकी हमले में भी इसकी संलिप्तता की जांच की जा रही है। इस हमले में सीआरपीएफ के पांच जवान शहीद हुए थे।
पुलवामा हमले की जांच कर रही एनआईए ने खान के घर पर 27 फरवरी को तहकीकात की थी। पुलवामा हमले में प्रयोग की गई मारुति ईको वैन का प्रयोग किया गया था, जिसे घटना से 10 दिन पहले जैश के एक अन्य सदस्य से खरीदा गया था। जिससे वैन खरीदी गई थी उसकी शिनाख्त सज्जाद भट के रूप में हुई थी।
जो दक्षिण कश्मीर के बिजबिहेड़ा का रहने वाला था। सज्जाद घटना के बाद से अपने घर से फरार था। ऐसी आशंका है कि वह सक्रिय आतंकी बन गया था।


