तीन लाख से अधिक हुई प्रति व्यक्ति की वार्षिक आय
दिल्ली का सकल राज्य घरेलू उत्पादन वर्ष 2015-16 के 551963 करोड़ के मुकाबले करीबन 12.76 प्रतिशत की वृद्घि के साथ वर्ष 2016-17 में 622385 करोड़ रूपए होगा
नई दिल्ली। दिल्ली का सकल राज्य घरेलू उत्पादन वर्ष 2015-16 के 551963 करोड़ के मुकाबले करीबन 12.76 प्रतिशत की वृद्घि के साथ वर्ष 2016-17 में 622385 करोड़ रूपए होगा।
दिल्ली के वित्त एवं उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने यह आकलन पुस्तिका जारी करते हुए बताया कि वास्तव में यह वृद्घि राष्टï्रीय दर 7.1 के मुकाबले 8.2 रही है और राष्टï्रीय सकल घरेलू उत्पाद में दिल्ली की भागीदारी करीबन 4.08 प्रतिशत रही है जबकि दिल्ली की कुल आबादी 1.4 फीसद ही है। उन्होने बताया कि मध्य प्रदेश, बिहार, पंजाब, हरियाणा व ओडिसा के मुकाबले दिल्ली की स्थिति बेहतर है।
सिसोदिया ने बताया कि दिल्ली में प्रति व्यक्ति आय में वृद्घि हुई और वर्ष 2016-17 के दौरान बीते साल के 273618 के मुकाबले 303073 रुपए रही। इससे साफ पता चलता है कि प्रति व्यक्ति आय में बीते वर्ष राष्टï्रीय स्तर पर 10.2 प्रतिशत की वृद्घि हुई थी तो इस वर्ष यह दिल्ली में 10.76 रही है।
वर्ष 2015-16 के दौरान सभी केंद्रशासित प्रदेश, राज्यों में दिल्ली का प्रथम स्थान है जबकि गोवा 270150 दूसरे नंबर पर है और 242386 के साथ चंडीगढ़ तीसरे पायदान पर है। उन्होने बताया कि दिल्ली में प्रति व्यक्ति आय राष्टï्रीय 103818 स्तर से लगभग तीन गुना है।
दिल्ली की अर्थव्यवस्था में सर्विस क्षेत्र का हिस्सा लगभग 82.26 प्रतिशत है जबकि सेकेंडरी सेक्टर का कुल हिस्सा 14.84 प्रतिशत है और प्राइमरी सेक्टर की भागीदारी 2.90 प्रतिशत है। वहीं उत्पादन खेत्र की हिस्सेदारी को 8.41 प्रतिशत बताया गया है तो निर्माण क्षेत्र 4.02 प्रतिशत रहा है। जबकि होटल एवं रेस्तराओं की हिस्सेदारी 11.69 दर्ज की गई। वित्तीय सेवाओं की भागीदारी 14.83 प्रतिशत व अधिकतम हिस्सेदारी संपत्ति खरीद फरोख्त 29.81 प्रतिशत रहा है। इसमें आवासीय व अन्य इकाइयों का निर्माण व पेशेवर सेवाएं शामिल हैं।


