कोरोना के कारण वार्षिक चमलियाल मेला रद्द
भारत-पाकिस्तान सौजन्यता के प्रतीकस्वरुप प्रत्येक वर्ष जम्मू कश्मीर के सांबा जिले में दोनों देशों की सीमा पर लगने वाला चमलियाल मेला इस साल कोरोना की महामारी के मद्देनजर रद्द कर दिया गया है।

जम्मू। भारत-पाकिस्तान सौजन्यता के प्रतीकस्वरुप प्रत्येक वर्ष जम्मू कश्मीर के सांबा जिले में दोनों देशों की सीमा पर लगने वाला चमलियाल मेला इस साल कोरोना की महामारी के मद्देनजर रद्द कर दिया गया है।
आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को यहां बताया कि प्रत्येक वर्ष जून के अंतिम गुरुवार(इस बार 25 जून) को आयोजित किया जाने वाला चमलियाल मेला कोरोना के कारण रद्द कर दिया गया है और केवल प्रतीकात्मक पूजा की जायेगी तथा पाकिस्तानी श्रद्धालुओं को शक्कर(पवित्र मिठाई) और शरबत(पवित्र जल) नहीं दिया जायेगा।
बाबा चमलियाल के नाम से मशहूर रहे संत बाबा दलीप सिंह मनहास की दरगाह सांबा जिले में नियंत्रण रेखा के समीप स्थित है और तीन दिनों तक चलने वाले मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां आते हैं। मेले के दौरान पाकिस्तानी रेंजर्स भारत के बीएसएफ जवानों के साथ मिठाईयों का आदान प्रदान करते हैं तथा उनका एक प्रतिनिधिमंडल दरगाह में चादर चढ़ाने के लिए देते हैं। बीएसएस की टुकड़ी उन्हें दरगाह की ओर से शक्कर और शरबत भेंट करती है।
इससे पहले 1971 तक पाकिस्तानी नागरिकों को भारतीय सीमा के भीतर आने की अनुमति थी , लेकिन 1971 भारत-पाक युद्ध के बाद इसकी मनाही कर दी गयी।


