अनशन पर बैठे अन्ना हजारे, कहा- मांगें पूरी करवाए बिना नहीं उठूंगा
सात साल बाद एक बार फिर दिल्ली का रामलीला मैदान समाजसेवी अन्ना हजारे का कुरुक्षेत्र बन गया है

नई दिल्ली। सात साल बाद एक बार फिर दिल्ली का रामलीला मैदान समाजसेवी अन्ना हजारे का कुरुक्षेत्र बन गया है। अपनी तमाम मांगों को लेकर उन्होंने केंद्र में सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी सरकार को खबरदार किया और भाजपा की नीतियों को खटघरे में खड़ा किया है।
अन्ना हजारे ने इस बार आंदोलन में जनलोकपाल के साथ देशभर के किसानों की परेशानियों को प्रमुखता से उठाया गया।
अनशन से पहले आज अन्ना राजघाट पहुंचे और महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उन्होंने समर्थकों के साथ शहीद मार्ग का रुख किया जहां से मार्च करते हुए वे रामलीला मैदान के लिए निकल पड़े।
Anna Hazare pays tribute at Raj Ghat in #Delhi; will begin an indefinite fast demanding a competent Lokpal and better production cost for farm produce, later today pic.twitter.com/DXaSsx96gJ
— ANI (@ANI) March 23, 2018
अन्ना हजारे ने कहा कि मैं अपने प्राण त्याण दूंगा लेकिन यहां से नही हटूंगा। मैने अपनी मांगों को लेकर सरकार को कई खत लिखे पर सरकार ने इसपर ध्यान नही दिया।
आपको बता दें कि वर्ष 2011 में भ्रष्टाचार की जांच के लिए लोकपाल के गठन की मांग को लेकर वह इसी मैदान में भूख हड़ताल पर बैठे थे।


