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एयरपोर्ट के पांच हेक्टेयर में बनेगा पशु बचाव एवं पुनर्वास केंद्र

एयरपोर्ट निर्माण को लेकर वन्य जीव संस्थान देहरादून ने दिया था जैव विविधता संरक्षण योजना का दिया था सुझाव

एयरपोर्ट के पांच हेक्टेयर में बनेगा पशु बचाव एवं पुनर्वास केंद्र
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ग्रेटर नोएडा। नोएडा इंटरनेषनल जेवर एयरपोर्ट परियोजना के पास एनिमल रेस्क्यू एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर(पषु बचाव एवं पुनर्वास केंद्र) बनाया जाएगा। यह सेंटर 5 हेक्टेयर में बनेगा।

इनका निर्माण करने और 5 साल तक संचालन करने के लिए करीब 5 करोड़ रुपये खर्च होंगे। यमुना प्राधिकरण ने यह प्रस्ताव नागरिक उड्डयन विभाग के अपर मुख्य सचिव को भेज दिया है।

जेवर एयरपोर्ट परियोजना के आसपास काले हिरण, सारस समेत तमाम जानवर बहुतायत में रहते हैं। परियोजना की डीपीआर बनाते समय से पर्यावरण को लेकर विशेष सतर्कता बरती जानी शुरू कर दी गई थी। इसके लिए वन्य जीव संस्थान देहरादून से बायो डस बायोडायवर्सिटी कंजर्वेशन प्लान (जैव विविधता संरक्षण योजना) बनवाया गया था। इस प्लान में भी एनिमल रेस्क्यू एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर का प्रस्ताव दिया गया था। प्लान में दिए गए सुझाव को कई चरणों में लागू किया जाना है।

ये सुझाव परियोजना के प्रोजेक्शन, निर्माण और संचालन की अवधि में लागू किया जाना है। हाल ही में प्रभागीय वन अधिकारी गौतम बुद्ध नगर ने इस सेंटर को बनाने और संचालन के लिए 5 हेक्टेयर जमीन एवं करीब 5 करोड़ रुपए का प्रस्ताव दिया था। वन्य जीव संस्थान देहरादून ने अपनी रिपोर्ट में इसको बनवाने का सुझाव दिया था।

इसको देखते हुए यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह ने यह प्रस्ताव नागरिक उड्डयन विभाग के अपर मुख्य सचिव को भेज दिया है। वहां से दिशा निर्देश आने के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

बायोडायवर्सिटी कंजर्वेशन प्लान महत्वपूर्ण काम है। बहुत संभव है कि शासन यह काम खुद कराएगा। हो सकता है इस काम के लिए वह यमुना प्राधिकरण को भी नामित कर दे। अगर यमुना प्राधिकरण के पास यह जिम्मेदारी आती है तो वह इसे पूरा करेगा।


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