नाराज प्रदर्शनकारियों ने विजयन की कार रोककर नारेबाजी की
ओखी चक्रवात में राहत एवं बचाव अभियान में हुई देरी से नाराज लोगों ने आज केरल के तटीय क्षेत्र विजिनजम के दौरे पर गए मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की कार का रास्ता रोककर सरकार विरोधी नारेबाजी की।

तिरुवंतपुरम। ओखी चक्रवात में राहत एवं बचाव अभियान में हुई देरी से नाराज लोगों ने आज केरल के तटीय क्षेत्र विजिनजम के दौरे पर गए मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की कार का रास्ता रोककर सरकार विरोधी नारेबाजी की।
ओखी चक्रवात में अपनों की जान गंवा चुके लोग विजयन के आने की सूचना पाकर सेंट मैरी चर्च के सामने इक्कठा हो गए। पादरी से मुलाकात के बाद विजयन के चर्च से बाहर निकलते समय कुछ लोगों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षा घेरे को पार करके विजयन की कार का रास्ता रोक दिया और उनको कार में प्रवेश नहीं करने दिया।
प्रदर्शनकारियों ने ओखी चक्रवात से प्रभावित इलाकों में राज्य के मंत्रियों के दौरे में हो रही देरी पर सवाल उठाए और बचाव अभियान में उनकी शामिल होने की मांग की। उनका मानना था अगर शुरुआती घंटों में बचाव अभियान शुरू कर दिया जाता तो इतने अधिक लोग नहीं मारे जाते। प्रदर्शनकारियों ने करीब तीन मिनट तक विजयन की कार का रास्ता रोके रखा।
मौके पर मौजूद पुलिस ने किसी तरह से विजयन को वहां से निकाला। इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को बलपूर्वक वहां हटाया और विजयन को पर्यटन मंत्री कदाकम्पल्ली सुरेंद्रन की कार में ले गए। विजयन के साथ जिलाधीश के वासुकी और राजस्व मंत्री ई चंद्रशेखरन भी थे।
इससे पहले विजयन ने आश्वासन दिया था कि सरकार संकट की इस घड़ी में उनके साथ है और बचाव अभियान में मछुआरों को शामिल करने पर विचार कर रही है। इस घटना के बाद विजयन ने सुरक्षा कारणों से अपना पूंथुरा जाने का कार्यक्रम रद्द कर दिया।
गौरतलब है कि केरल तथा तमिलनाडु में ओखी चक्रवात से अब तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है। केरल तट तथा कन्याकुमारी में गुरुवार को आए ओखी चक्रवात में एक सौ से अधिक मछुआरे लापता हो गये हैं। मरने वालों में केरल के 25 तथा तमिलनाडु के दस लोग हैं। चक्रवात में कई लोग घायल हुए हैं तथा करोड़ों रुपये की संपत्ति तथा फसलों को नुकसान पहुंचा है।


