केंद्र में मंत्री नहीं बन पाने के गुस्से में ललन सिंह ने लालू से मिलाया हाथ : सुशील
बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और भाजपा के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि केंद्र में मंत्री नहीं बनाये जाने के गुस्से में बदला लेने के भाव से श्री ललन सिंह ने श्री लालू प्रसाद यादव से नजदीकी बढायी, भाजपा से जदयू का गठबंधन तोड़वाया, श्री आरसीपी सिंह को पार्टी से निकलवाया और जदयू को लगभग बर्बाद कर दिया

पटना। बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि केंद्र में मंत्री नहीं बनाये जाने के गुस्से में बदला लेने के भाव से श्री ललन सिंह ने श्री लालू प्रसाद यादव से नजदीकी बढायी, भाजपा से जनता दल यूनाइटेड (जदयू) का गठबंधन तोड़वाया, श्री आरसीपी सिंह को पार्टी से निकलवाया और जदयू को लगभग बर्बाद कर दिया।
श्री मोदी ने शनिवार को बयान जारी कर कहा कि सारा खेल कुर्सी का था। अब भले ही श्री ललन सिंह सच से इनकार करें और मीडिया को कानूनी कार्रवाई की धमकी दें लेकिन मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री नहीं बन पाने की हताशा से वे उबर नहीं पाए। उनके पूरी राजनीति प्रतिशोध से भरी रही।
भाजपा सांसद ने कहा कि श्री लालू प्रसाद यादव को जिस चारा घोटाला के चार मामलों में सजाएं हुईं और वे चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य घोषित कर दिये गए, उस मामले में याचिकाकर्ता श्री सिंह भी थे । उन्होंने कहा कि लालू परिवार के विरुद्ध नौकरी के बदले जमीन मामले में सारे दस्तावेजी सबूत श्री ललन सिंह ने ही तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तक पहुंचाए थे। सीबीआई उसी के आधार पर कार्रवाई कर रही है।
श्री मोदी ने कहा कि जो श्री ललन सिंह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जानकारी में श्री लालू प्रसाद यादव को जेल भिजवाने के लिए सारे तिकड़म कर रहे थे, वही जुलाई-अगस्त 2022 से लालू प्रसाद के इतने करीब क्यों होते चले गए । उन्होंने कहा कि श्री ललन सिंह ने श्री नीतीश कुमार को भ्रमित कर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) तोड़ा, भाजपा के विरुद्ध जहर फैलाया और जदयू के कई कद्दावर नेताओं को किनारे लगा दिया।
भाजपा सांसद ने कहा कि यदि श्री ललन सिंह की राजनीति से पार्टी का आम कार्यकर्ता संतुष्ट होता तो उनके हटने पर दीवाली नहीं मनायी जाती। उन्होंने कहा कि भाजपा ने 2019 और 2020 के चुनाव जदयू को साथ लेकर लड़ा था इसलिए जदयू के अधिकतर विधायक-सांसद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से नहीं बल्कि भाजपा से गठबंधन के पक्ष में थे लेकिन श्री ललन सिंह के डर से वे बोल नहीं पाते थे।
श्री मोदी ने कहा कि श्री ललन सिंह का भीतरघात उजागर हो गया, जिससे जदयू को चुनाव से पहले अपना संगठन ठीक करने और लालू-वायरस से मुक्ति पाने का समय मिल जाएगा। उन्होंने कहा कि श्री ललन सिंह हटे नहीं, हटाये गए, लेकिन सच छुपाने के लिए वे संसदीय क्षेत्र में समय देने के लिए अध्यक्ष-पद छोड़ने की बात कह रहे हैं। इस पर कौन भरोसा करेगा।


