करूर सीट को लेकर तेज हुआ घमासान, द्रमुक के खिलाफ अन्नाद्रमुक की शिकायत
तमिलनाडु के करूर निर्वाचन क्षेत्र में पूर्व सहयोगियों के विरोधी बन जाने के मद्देनजर इस सीट पर घमासान तेज हो गया है

चेन्नई। तमिलनाडु के करूर निर्वाचन क्षेत्र में पूर्व सहयोगियों के विरोधी बन जाने के मद्देनजर इस सीट पर घमासान तेज हो गया है। यहां अन्नाद्रमुक पार्टी के परिवहन मंत्री एम. विजयभास्कर के खिलाफ द्रमुक नेता एवं पूर्व मंत्री सेंथिल बालाजी चुनाव मैदान में हैं। अन्नाद्रमुक ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी के समक्ष सेंथिल बालाजी के खिलाफ औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है कि द्रमुक उम्मीदवार ने अधिकारियों को धमकाने की कोशिश की।
गौरतलब है कि करूर में एक सार्वजनिक सभा में बालाजी ने कहा था कि द्रमुक सरकार के सत्ता में आने और एम.के. स्टालिन के मुख्यमंत्री बनने के बाद अधिकारी नदी के किनारों पर रेत-खनन नहीं रोकेंगे और बैलगाड़ियों में इसका परिवहन भी बाधित नहीं होने देंगे।
उन्होंने यह भी कहा था कि अगर किसी अधिकारी ने गाड़ियां रोकने की कोशिश की, तो उन्हें सेवा से हटा दिया जाएगा।
द्रमुक नेता के इस सार्वजनिक बयान पर अन्नाद्रमुक ने आपत्ति जताई है। पार्टी के लीगल विंग के सचिव आर.एम. बाबू मुरुगवेल ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी सत्यब्रत साहू के समक्ष इसकी शिकायत दर्ज कराई है।
मुरुगवेल ने आईएएनएस को बताया, "हमने सेंथिल बालाजी के खिलाफ औपचारिक रूप से शिकायत दर्ज कराई है कि वह सरकारी अधिकारियों को डराने-धमकाने की कोशिश कर रहे थे जो चुनावी प्रथाओं के खिलाफ है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने हमारी शिकायत पर गौर करने का वादा किया है।"
करूर विधानसभा सीट पर घमासान तेज होने के आसार हैं क्योंकि सेंथिल बालाजी और विजयभास्कर दोनों पुराने सहयोगी रहे हैं। बालाजी पहले अन्नाद्रमुक के साथ थे और 2011 से 2015 तक परिवहन मंत्री थे, जिसके बाद उन्होंने पार्टी छोड़ दी और द्रमुक में शामिल हो गए।
तमिलनाडु के परिवहन मंत्री विजयभास्कर ने आईएएनएस को बताया, "हां, वास्तव में हमने एक शिकायत दर्ज की है। यह वह तरीका नहीं है, जिसमें एक राजनीतिक नेता को व्यवहार करना चाहिए और द्रमुक उम्मीदवार निर्वाचन क्षेत्र से प्रतिक्रिया प्राप्त करने के बाद इस तरह के अनर्गल बयान जारी कर रहे हैं।"
उन्होंने कहा, "द्रमुक लंबे समय से डाराने-धमकाने की रणनीति पर काम कर रहा है। लेकिन, हम यहां ऐसा नहीं होने देंगे।"


