आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की हड़ताल को विधायक ने दिया समर्थन
घंटाघर चौक पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं को शहर विधायक ने अपना समर्थन दिया है

कोरबा। घंटाघर चौक पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं को शहर विधायक ने अपना समर्थन दिया है। विधायक ने मांगों को जायज ठहराते हुए कहा कि प्रदेश सरकार को उनकी मांग पूरी करनी चाहिए।
विधायक जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि यह बहुत ही दुखद बात है कि जो महिलाएं अपना घर परिवार छोड़कर दिनभर काम में लगी रहती है, उनके साथ यह सरकार न्याय नहीं कर रही है। साढ़े 3 साल पहले भाजपा पूरे देश के युवाओं को ठगा, महिलाओं को गुमराह किया। आज शिक्षाकर्मी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका पूरे प्रदेश में हड़ताल पर बैठे हैं। विधायक ने जिला प्रशासन के माध्यम से राज्य सरकार को आगाह किया कि मां, बहनों पर इतना अत्याचार न करें कि उन्हें आंदोलन करना पड़े। विकास के लिए धन की कमी नहीं है ऐसा बोलने वाली सरकार के पास वेतन देने के लिए पैसा नहीं है।
उन्होंने शिक्षाकर्मियों का संविलियन नहीं करने की सरकार की घोषणा को अहंकार पूर्ण बताते हुए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं को विश्वास दिलाया कि उनका अहित नहीं होने दिया जाएगा और कांग्रेस की सरकार बनने पर शिक्षाकर्मियों का संविलियन के साथ-साथ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को रेग्युलर किया जाएगा। कांग्रेस के घोषणा में पत्र में इस बात को शामिल भी किया जाएगा। यह भी कहा कि उनके साडा अध्यक्ष कार्यकाल में जितनी सुविधाएं कर्मचारियों को मिली वह आज तक 50 साल के इतिहास मेंं किसी ने नहीं पाया।
कार्यकर्ताओं को निडर होकर अपनी मांगों के लिए आंदोलन के प्रति आश्वस्त किया। विधायक श्री अग्रवाल के साथ कांग्रेस शहर अध्यक्ष राजकिशोर प्रसाद, युंका कोरबा विधानसभा अध्यक्ष बृजभूषण, पवन विश्वकर्मा भी धरना स्थल पहुंचे थे।
केन्द्र की चाबी नहीं सौंपने पर एफआईआर की धमकी
आंगनबाड़ी केन्द्रों में ताला लग जाने से महिला बाल विकास विभाग की योजनाओं का क्रियान्वयन थम गया है। इससे अधिकारियों की भी बेचैनी बढ़ गई है।
उच्च स्तर से लगातार मिल रहे निर्देश और फटकार की वजह से कार्यकर्ताओं पर तरह-तरह का दबाव बनाने की खबर है। बताया जा रहा है कु छ कार्यकर्ताओं को नोटिस जारी किया गया है तो सुपरवाईजरों से फोन के जरिए कहलवाया जा रहा है कि केन्द्र की चाबी स्व सहायता समूह को सौंपी जाए। चाबी नहीं देने की स्थिति में एक सुपरवाईजर ने तो कार्यकर्ता के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने तक की धमकी दे डाली। कार्यकर्ताओं का कहना है कि जो भी निर्देश हो, उसेे लिखित में दिया जाए।
यह भी उल्लेखनीय है कि हड़ताल से पृथक चल रही कुछ कार्यकर्ताओं और उससे जुड़े संगठनों के द्वारा इस हड़ताल को कमजोर करने की भी कवायद की जा रही है। बावजूद इसके कार्यकर्ता-सहायिकाओं का मनोबल कमजोर होने के बजाय और बढ़ता जा रहा है।


