Top
Begin typing your search above and press return to search.

आंगनवाड़ी कार्यकर्ता कोरोना योद्धा : दिल्ली सरकार

महिलाओं, बच्चों और वंचित वर्गों के लिए काम करने वाले आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को दिल्ली सरकार ने कोरोना योद्धा करार दिया है

आंगनवाड़ी कार्यकर्ता कोरोना योद्धा : दिल्ली सरकार
X

नई दिल्ली। महिलाओं, बच्चों और वंचित वर्गों के लिए काम करने वाले आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को दिल्ली सरकार ने कोरोना योद्धा करार दिया है। कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के चलते आंगनवाड़ी कार्यकर्ता गर्भवती महिलाओं और बच्चों के घर घर जाकर पर प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं। दिल्ली सरकार ने आंगनवाड़ी के बच्चों को पंजिरी व अन्य वस्तुओं की जगह मूंगफली और अंकुरित चने जैसे अधिक पौष्टिक पूरक आहार प्रदान करने की संभावनाओं की तलाश करने के लिए कहा है।

दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने मंगलवार को समाज कल्याण विभाग और महिला व बाल विकास विभाग के अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में एकीकृत बाल विकास कार्यक्रम के तहत महिलाओं और बच्चों को राशन व अन्य पोषण संबंधी भोजन उपलब्ध कराने की संभावनाओं पर चर्चा की गई।

गौतम ने कहा, कई महिलाएं और बच्चे हैं, जो बुनियादी पोषण और प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल की जरूरतों के लिए आंगनवाड़ी केंद्रों पर निर्भर हैं। कोरोनावायरस के कारण आंगनवाड़ी कार्यकर्ता गर्भवती महिलाओं और बच्चों के घर घर जाकर पर प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधा प्रदान कर रहे हैं।

दिल्ली सरकार के मुताबिक, ऐसे कठिन समय में बच्चों की स्वास्थ्य आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अधिक पोषक तत्वों की खुराक की भी आवश्यकता होती है।

गौतम ने कहा, महिलाओं, बच्चों और वंचित वर्गों के लिए दिन-रात काम करने वाले इन विभागों के हमारे सभी कर्मचारी व मजदूर भी कोरोना योद्धा हैं। वे कोरोनावायरस के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए घर-घर जा रहे हैं। वे गर्भवती महिलाओं व बच्चों को भोजन और अन्य पूरक आहार भी प्रदान कर रहे हैं। वृद्धाश्रम और विशेष होम में रहने वाले लोगों के लिए ये कर्मचारी अथक परिश्रम कर रहे हैं और उनकी उचित देखभाल करते हैं। इस कठिन समय में वे हमारे नायक हैं।

दिल्ली सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों, विधवाओं और विकलांग नागरिकों की पेंशन दोगुना करने की घोषणा की थी। दिल्ली में आठ लाख से अधिक लाभार्थियों को उनके खातों में 5000 रुपये भेजी जा चुकी है। इस महत्वपूर्ण कदम के बाद, दिल्ली सरकार जरूरतमंद महिलाओं को सैनिटरी नैपकिन उपलब्ध कराने का लक्ष्य लेकर चल रही है।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it