आंगनबाड़ी में फर्जीवाड़ा, कागजों में पढ़ रहे थे बच्चे
पूर्वी दिल्ली के गांधी नगर और कृष्णा नगर के कई आंगनबाड़ी केंद्रों का औचक निरीक्षण करने पहुंचे मनीष सिसोदिया ने तीन आंगनबाड़ी केंद्रों की संचालिकाओं और उनकी सहायिकाओं को नौकरी से हटाने का निर्देश दिया

नई दिल्ली। पूर्वी दिल्ली के गांधी नगर और कृष्णा नगर के कई आंगनबाड़ी केंद्रों का औचक निरीक्षण करने पहुंचे दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने तीन आंगनबाड़ी केंद्रों की संचालिकाओं और उनकी सहायिकाओं को नौकरी से हटाने का निर्देश दिया है।
श्री सिसोदिया ने बताया कि गांधी नगर और कृष्णा नगर में आंगनबाड़ी केंद्रों के संचालन को लेकर शिकायतें मिली थीं और अधिकारियों के साथ छह केंद्रों पर औचक निरीक्षण पर गए और इनमें से तीन केंद्रों पर कमियां पाई गईं जिन्हें ठीक करने के निर्देश दिए जबकि तीन केंद्रों पर भारी गड़बड़ियों का पता चला है।
उन्होंने बताया कि हाजिरी रजिस्टर के आधार पर जब मैं खुद बच्चों के घर उनके वैरिफिकेशन के लिए गया तब इस फर्जीवाड़े का पता चला। फर्जी तरीके से नाम आंगनबाड़ी के रजिस्टर पर चढ़ाए हुए थे। हाजिरी रजिस्टर के आधार पर ही कुछ घरों में जाने से ये भी पता चला कि वे बच्चे प्राइवेट या सरकारी स्कूलों में नर्सरी या केजी में पढ़ रहे हैं।
श्री सिसोदिया ने बताया कि सभी सीडीपीओ को निर्देश दिया गया है कि वे अपने क्षेत्र में आने वाले आंगनबाड़ी केंद्रों का सघन निरीक्षण करें। सभी सीडीपीओ की रिपोर्ट आने के बाद वो खुद कुछ आंगनबाड़ी केंद्रों पर जाकर जांच करें ताकि ये पता चल सके कि संबंधित अधिकारियों ने ठीक से घर-घर जाकर बच्चों का वैरिफिकेशन किया है कि नहीं।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मैं जनता से भी अपील करता हूं कि लोग भी इन आंगनबाड़ियों पर खुद नजर रखें। ये देखें कि केंद्र ठीक से चल रहे हैं या नहीं। समय पर खुलते हैं या नहीं, वहां जरूरी सुविधाएं हैं या नहीं और यदि कोई शिकायत है तो हमें बताएं, कार्रवाई की जाएगी।
मनीष सिसोदिया ने अपने ट्वीट में भी लिखा कि आंगनबाड़ी देश की बुनियाद रखने का काम है। जो लोग इस बुनियाद को खोखला करेंगे, बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करेंगे, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। बता दें कि दिल्ली में 10 हजार से ज्यादा आंगनवाड़ी है और आज जांच में पता चला कि सारी सुविधा बच्चे ले रहे हैं लेकिन सब कुछ कागजों पर था।
सिसोदिया ने बताया कि 250 जगह पर जांच के बाद 75 बच्चों के नाम फर्जी निकले। अब हर हफ्ते आंगनवाड़ी अधिकारी घर घर जाकर निरीक्षण करेंगे।
उन्होंने बताया कि इस पूरी योजना पर 400 करोड़ खर्च होते हैं इसलिए इसके लाभ सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठाएंगे।


