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आंध्र एसईसी को कथित चुनाव ऐप को लेकर फैली आशंका दूर करनी चाहिए : भाजपा

आंध्र प्रदेश भाजपा के महासचिव रेड्डी ने एसईसी निम्मगड्डा रमेश से आग्रह किया कि आने वाले पंचायत चुनावों के लिए कथित तौर पर इस्तेमाल किए जा रहे मोबाइल एप्लिकेशन के बारे में व्याप्त आशंकाओं को दूर करें

आंध्र एसईसी को कथित चुनाव ऐप को लेकर फैली आशंका दूर करनी चाहिए : भाजपा
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अमरावती। आंध्र प्रदेश भाजपा के महासचिव एस. विष्णु वर्धन रेड्डी ने शनिवार को राज्य निर्वाचन आयुक्त (एसईसी) निम्मगड्डा रमेश कुमार से आग्रह किया कि आने वाले पंचायत चुनावों के लिए कथित तौर पर इस्तेमाल किए जा रहे मोबाइल एप्लिकेशन के बारे में व्याप्त आशंकाओं को दूर करें। रेड्डी ने कहा, यह एसईसी की जिम्मेदारी है कि वह सार्वजनिक रूप से ऐप के बारे में सच्चाई बयां करें।

उन्होंने कहा कि कुछ लोग पहले से ही आरोप लगा रहे हैं कि यह ऐप एक राजनीतिक दल द्वारा विकसित किया गया है। रेड्डी ने कुमार से ऐप पर विवाद को समाप्त करने का आग्रह किया।

उन्होंने पूछा कि क्या ऐप की समीक्षा चल रही है या पहले ही की जा चुकी है।

उन्होंने कहा, भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) के समान, क्या आप इस ऐप पर अग्रेषित शिकायतों पर विचार करेंगे? आमतौर पर इस प्रकार की तकनीकी प्रणालियां केंद्र सरकार के राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र या राज्य सरकार के आईटी विंग के अधीन होंगी।

भाजपा नेता ने यह भी पूछा कि यह ऐप किसने बनाया है?

शुक्रवार को सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी ने पंचायत चुनावों की निगरानी के लिए कुमार से किसी कथित निजी ऐप के बजाय ईसीआई द्वारा विकसित एक ऐप चुनने का अनुरोध किया था।

वाईएसआरसीपी के महासचिव लैला अप्पी रेड्डी ने आरोप लगाया कि कुमार ने जिला कलेक्टरों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान राज्य चुनाव आयोग द्वारा विकसित एक ऐप के बारे में खुलासा किया, जिसे चुनाव प्रक्रिया में उपयोग के लिए अधिसूचित किया गया है।

रेड्डी ने याद दिलाया कि राज्य सरकार की ऐप पहले से ही इस उद्देश्य के लिए मौजूद है, जबकि सार्वजनिक जानकारी (पब्लिक डोमेन) में आयोग द्वारा विकसित निजी ऐप का कोई विवरण नहीं है।

रेड्डी ने कहा कि एक नई ऐप बनाने की कवायद ऐसे समय में हुई है, जब चुनाव प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। उन्होंने कहा कि यह संदिग्ध है और इसमें पारदर्शिता का अभाव है।

रेड्डी के अनुसार, राज्य चुनाव आयोग के पास ऐप विकसित करने के लिए स्वयं के तकनीकी संसाधन नहीं हैं।


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