एकात्मवाद देश के लिए खतरनाक है : राय
दिल्ली सरकार के श्रम मंत्री गोपाल राय का कहना है, भारत विवधतावाला देश है, एकात्मवाद देश के लिए खतरनाक है

नई दिल्ली। दिल्ली सरकार के श्रम मंत्री गोपाल राय का कहना है, भारत विवधतावाला देश है, एकात्मवाद देश के लिए खतरनाक है। भारत की परंपरा है, कि एक विचार वाला व्यक्ति दूसरे विचार वाले व्यक्ति से वाद-विवाद कर उसे अपना मत मानने पर को मजबूर करता था, ना कि बल प्रयोग कर। इस समय देश में जो माहौल चल रहा है, वह देश की परंपरा के विपरीत है।
गोपाल राय यहां नेशनल एलायंस ऑफ जर्नलिस्ट (नाज) के कार्यक्रम में बोल रहे थे। नाज पत्रकारों का एक मात्र देशव्यापी संगठन है, जिसमें अखबार और चैनलों के पत्रकारों को शामिल किया गया है, अभी तक चैनलों के पत्रकारों पर किसी तरह का श्रम कानून लागू नहीं होता, फिलहाल इसमें 6 राज्यों के पत्रका संगठन साथ आ गए हैं, कुछ अन्य राज्यों के संगठनों के साथ आने की संभावना है।
गोपाल राय ने कहा, भारत में जब इस्लाम नहीं आया था, तब भी 9 तरह के अलग-अलग पंथ थे और सभी एक दूसरे का सम्मान करते थे। उन्होंने बताया, कि पत्रकारों के श्रम अधिकारों को लागू करने के लिए दिल्ली विधानसभा ने कानून पास किया था, जिसे केंद्र ने वापस कर दिया, बाद में इसमें फिर संशोधन कर भेजा गया है। उन्होंने उम्मीद जाहिर की, कि विधेयक पास होने के बाद पत्रकारों को फायदा होगा।
गोपाल राय ने पत्रकारों पर टिप्पणी करते हुए कहा, कि वे स्वतंत्र रुप से काम नहीं कर पा रहे हैं, वे क्या करें यह मालिक तय कर रहे हैं और मालिक क्या करें, यह ऊपर बैठा मालिक तय करता है, इसीलिए मीडिया में एक ही व्यक्ति छाया हुआ है। बैठक में पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर प्रस्ताव पारित किया गया, साथ ही लैंगिक समानता के लिए एक समिति का गठन किया गया। नाज में एक कार्यकारिणी में एक तिहाई महिलाओं को रखा जाएगा, यह भी तय किया गया है।


