सरकार और रूस के बीच कृषि और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में एक एम0ओ0यू0 हस्ताक्षरित
उत्तर प्रदेश सरकार और रूस के जबाइकल्सकी क्राई क्षेत्र के बीच कृषि और खाद्य प्रसंस्करण सेक्टर के तहत सोमवार को एक एम0ओ0यू0 पर हस्ताक्षर किया गया।

लखनऊ । उत्तर प्रदेश सरकार और रूस के जबाइकल्सकी क्राई क्षेत्र के बीच कृषि और खाद्य प्रसंस्करण सेक्टर के तहत सोमवार को एक एम0ओ0यू0 पर हस्ताक्षर किया गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी रूस यात्रा के दूसरे दिन कृषि, खाद्य प्रसंस्करण एवं ऊर्जा विषय पर आधारित कार्यक्रम में भारतीय उद्यमियों के साथ हिस्सा लिया। सुदूर पूर्व रूस में भारत-रूस सहयोग के सम्बन्ध में आयोजित कार्यक्रम में रूस के जबाइकल्सकी क्राई क्षेत्र और उत्तर प्रदेश सरकार के मध्य कृषि और खाद्य प्रसंस्करण सेक्टर के तहत एक एम0ओ0यू0 पर हस्ताक्षर किया गया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि रूस के सुदूर पूर्वी क्षेत्र में लगभग आठ मिलियन हेक्टेयर क्षेत्र में कृषि एवं इससे जुड़े क्षेत्रों के विकास की व्यापक सम्भावनाएं मौजूद हैं, जो हम सभी के लिए निवेश के अवसर प्रदान करती हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में खाद्य प्रसंस्करण के स्तर को बढ़ाने, जन सामान्य को निरन्तर शुद्ध एवं पौष्टिक खाद्य प्रदार्थों की उपलब्धता बनाए रखने, फसलों की कटाई के उपरान्त क्षति को कम करने तथा किसानों के उत्पादों के उचित मूल्य की प्राप्ति के उद्देश्य से देश में बड़ी संख्या में मेगा फूड पार्कों समेत कोल्ड चेन स्थापित की जा रही है। इस प्रकार की तकनीकी कुशलता एवं संसाधनों के प्रबन्धन की जो विधा हमारे निवेशक अपनाते हैं, वह निश्चित रूप से सुदूर पूर्वी रूस में बेहतर उत्पादन एवं निवेश का सुनहरा अवसर प्रदान करेगी।
उन्होंने कहा कि कृषि एवं कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के क्षेत्र में वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सी0एस0आई0आर0) तथा भारतीय कृषि अनुंसधान परिषद (आई0सी0ए0आर0) शीर्षस्थ शोध एवं विकास संस्थाएं भारत में स्थापित हैं। इनकी विशेषज्ञता एवं मार्गदर्शन, सुदूर पूर्वी रूस में कृषि चुनौतियों को दूर करने तथा कृषि के समेकित विकास की सम्भावनाओं के लिये रोड मैप तैयार करने में सहायक होगा।
कार्यक्रम के दौरान केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल, रूस के उप प्रधानमंत्री श्री यूरी त्रुतनेव समेत रूस एवं भारत के कई उद्यमी मौजूद थेै।


