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एमटेक कंपनी ने हजारों करोड़ रुपये का घोटाला किया, जांच हो : कांग्रेस

कांग्रेस नेता संजय निरूपम और पवन खेड़ा ने रविवार को एमटेक कंपनी पर करोड़ों रुपये के घोटाले करने का एक बड़ा आरोप लगाया

एमटेक कंपनी ने हजारों करोड़ रुपये का घोटाला किया, जांच हो : कांग्रेस
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नई दिल्ली। कांग्रेस नेता संजय निरूपम और पवन खेड़ा ने रविवार को एमटेक कंपनी पर करोड़ों रुपये के घोटाले करने का एक बड़ा आरोप लगाया। प्रेस वार्ता में संजय निरूपम ने कहा कि "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार ने हमेशा दावा किया है कि भ्रष्टाचार को किसी भी हाल में वो बर्दाश्त नहीं करेंगे, लेकिन भ्रष्टाचार हो रहा है।" इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने भ्रष्टाचार को लेकर सरकार को घेरा, तो वहीं घोटाले का खुलासा करते हुए कहा, "एमटेक ग्रुप ऑफ कंपनी ने हिंदुस्तान के सरकारी बैंकों से लगभग 25 हजार करोड़ का कर्ज लिया और पूरा कर्जा डुबा दिया और आखिर में डिफॉल्टर घोषित करके बाद में वो इनसॉल्वेंसी केस में वो शामिल हो जाते हैं।"

कांग्रेस नेताओं के अनुसार, एमटेक एक ऑटो पार्ट बनाने वाली कंपनी है। दिल्ली, चंडीगढ़, नॉर्थ की कंपनी है, जिसका एक बड़ा अच्छा ग्लोबल प्रेजेंस भी रहा है। इस कंपनी का एक बड़ा फेमस ब्रांड है इसी ग्रुप का, जिसको आप सब लोग जानते हैं, वो है बरिस्ता कॉफी। वहीं इस घोटाले में एनसीएलटी, रेजोल्यूशन प्रोफेशनल और जो कर्ज देने वाली कंपनियां शामिल हैं।

संजय निरूपम ने कहा, "2016 में इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड एक ऐसा नया कानून बनता है, जिसके तहत जितनी भी कॉर्पोरेट कंपनी हैं, उनको एक तरीके से छूट दी गई या उनको एक लीगल रूट दिया गया कि अगर आप अपनी कंपनी नहीं चला पा रहे हैं और डिफॉल्ट करे जा रहे हैं, तो आप एनसीएलटी में जा सकते हैं और लिक्विडेशन में जाने के बाद एक पूरा सिस्टम बनाया।"

"इंसोल्वेंसी एंड बैंकरप्सी बोर्ड ऑफ इंडिया ने कुछ समय पहले बताया था कि 4946 कंपनियां पिछले 5 साल में दिवालिया हुई हैं, इसमें 457 कंपनियों के केस सॉल्व किए गए हैं और इन 457 कंपनियों ने बैंकों से 8 लाख 30 हजार करोड़ कर्ज लिया था, इसमें 6 लाख करोड़ रुपये बैंकों के डूब गए।"

कांग्रेस नेताओं ने कहा, "हमारा सवाल यह है कि इन प्रमोटर को आखिर क्यों बचाया जा रहा है? सरकार का इनसे क्या लेना-देना है? अगर फाइनेंस मिनिस्टर कहती हैं कि लोन हमारे जमाने में नहीं यूपीए के जमाने में दिया गया था तो लोन डुबोने का काम जो चल रहा है, वो एनडीए के जमाने में चल रहा है।"

संजय निरूपम के मुताबिक, हाल ही में आरबीआई ने डर्टी डजन की लिस्ट जारी की, इसमें 12 कंपनियों के बारे में जानकारी देते हुए कहा गया कि इन कंपनियों पर बैंकों के 2.5 लाख करोड़ रुपये डूब गए, कांग्रेस ने मांग की है यदि बड़ी कंपनी कर्जा ले रही है और वह दिवालिया घोषित कर रही हैं तो इन पर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है। इन पर कार्यवाही होनी चाहिए।


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