अमृतसर रेल हादसा मानवीय गलती का नतीजा: प्रकाश सिंह बादल
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने अमृतसर में दशहरे के दिन हुये रेल हादसे को मानवीय गलती का नतीजा करार देते हुये पंजाब सरकार पर इस मामले में गैर संजीदा होने का आरोप लगाया है

चंडीगढ़। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने अमृतसर में दशहरे के दिन हुये रेल हादसे को मानवीय गलती का नतीजा करार देते हुये पंजाब सरकार पर इस मामले में गैर संजीदा होने का आरोप लगाया है क्योंकि इतना बड़ा हादसा होने के बावजूद मुख्यमंत्री विदेश चले गये ।
शिरोमणि अकाली दल तथा भारतीय जनता पार्टी गठबंधन का प्रतिनिधिमंडल आज यहां राज्यपाल बीपी बदनोर से मिला और रेल हादसे के शिकार लोगों को न्याय दिलाने के लिये घटना की जांच हाईकोर्ट के मौजूदा न्यायाधीश से कराने की मांग की ।
राजभवन से बाहर उन्होंने आज यहां पत्रकारों से कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस दुख की घड़ी में पीड़ित लोगों को अकेला छोड़कर विदेश जाने का फैसला किया । यदि मैं उनकी जगह होता तो विदेश दौरे को रद्द कर देता ।राज्य का मुखिया होने के नाते उनका कर्तव्य था कि वो अपने लोगों के बीच होते ।
उन्होंने राज्यपाल से रेल हादसे के पीड़ितों को इंसाफ तथा दोषियों को सजा दिलाने के लिये दखल देने का आग्रह किया ।उन्होंने इस घटना के लिये निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू तथा उनकी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू को जिम्मेदार बताते हुये कहा कि रावण दहन समारोह की मंजूरी उनकी रजामंदी के बगैर संभव नहीं थी ।यदि सिद्धू समय पर आती तो हादसा टल सकता था ।आयोजकों तथा श्री सिद्धू के खिलाफ मामला दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाये ।
बादल ने कहा कि रेलवे लाइन के साथ लगते स्थान पर रावण दहन की अनुमति गैर कानूनी है ।इस रेलवे लाइन पर लंबी दूरी की ट्रेनें गुजरती हैं ।उन्होंने श्री सिद्धू को मंत्री पद से हटाने की अपनी पार्टी की मांग को दोहराते हुये कहा कि मुख्य दोषी श्री सिद्धू तथा उनकी पत्नी ,कांग्रेस के पार्षद और दशहरा प्रबंधक सौरभ मदन मिट्ठू के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किये जायें ।
उन्होंने राज्यपाल को दिये ज्ञापन में सरकार की आेर सेपीड़ित परिवारों को एक -एक करोड़ रूपये का मुअावजा देने तथा हर परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने और गंभीर रूप से घायलों को पचास -पचास लाख मुआवजे के तौर पर दिये जाने की मांग की ।इस घटना की निष्पक्ष जांच के लिये जिले के सभी वरिष्ठ अधिकारियों का तुरंत तबादला किया जाये ।


