घर नहीं तो जेल सही की तर्ज पर आम्रपाली के निवेशक करेंगे आंदोलन
निवेशकों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। पहली उनके पास रहने को मकान नहीं है
नोएडा (देशबन्धु)। निवेशकों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। पहली उनके पास रहने को मकान नहीं है। दूसरा वह ईएमआई य कर्ज के बोझ तले अपने को दबा महसूस करने लगे है। बावजूद इसके प्रािधकरण व सरकारी अमला उनकी सुनने को तैयार नहीं है। वह सिर्फ आश्वासन दिए जा रहा है। ऐसे में अब आम्रपाली के निवेशक नेफोवा के बैनर तले लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास के समक्ष प्रदर्शन करेंगे। इस बार उनका नारा घर नहीं तो जेल ही सही रहेगा।
आम्रपाली के हजारों निवेशक अपनी मांग को लेकर सेक्टर-27 स्थित जिला अधिकारी आवास पहुंचे। यहा जिला अधिकारी के समक्ष अपनी समस्या रखी। लेकिन आश्वासन के सिवा उन्हें कुछ भी नहीं मिला। बैठक के दौरान आम्रपाली निवेशकों ने हाउसिंग प्रोजेक्ट के अधर में लटके होने का मुद्दा उठाया। साथ ही आम्रपाली ग्रुप के सभी निदेशक के खिलाफ हजारों लोगों का पैसा हड़पने के इल्जाम में एफआईआर दर्ज कराए जाने के आदेश दिए जाने की मांग की। निवेशकों ने बताया कि करीब चालीस हजार निवेशकों का पैसा पिछले सात आठ साल से बिल्डर के पास फंसा है। बिल्डर न घर बनाकर देने में समर्थ है और न ही फ्लैट खरीदारों को उनका पैसा लौटा रहा है।
पिछले कई महीनों से आम्रपाली के तमाम साइट पर काम बंद है। ऐसे में लोगो को अपने जीवन भर की मेहनत की कमाई डूबती नजर आ रही है। ऐसे में जिला अधिकारी ने पूरे प्रकरण में अपना कोई रोल नही होने की बात करते हुए पल्ला झाड़ने की कोशिश की। उनका कहना था कि इसमें बिना प्राधिकरण की सहमति से जिला अधिकारी की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की सकती। हालांकि कुछ फ्लैट खरीदारों ने नोएडा व ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के रवैये पर भी सवाल उठाए। शिकायत की कि अगर प्राधिकरण इस मुद्दे को लेकर गंभीर होती, तो आज ये नौबत ही नही आती। प्राधिकरण द्वारा कराई जा रही त्रिपक्षीय बैठक को हुए भी दो महीने से ऊपर बीतने जा रहा है, लेकिन कोई नतीजा सामने निकल कर आता नहीं दिख रहा।
जिला अधिकारी का बार-बार यही कहना था कि वे हमारी समस्याओं को समझते हैं सरकार व प्राधिकरण के साथ मिलकर कोई न कोई नतीजा निकालने की कोशिश करेंगे। लेकिन तमाम फ्लैट खरीदार उनके जवाब से संतुष्ट होते नही दिखे। पिछले कई सालों से लोग जहा भी बिल्डर की शिकायत लेकर जा रहे है, वहां उन्हें बस ऐसे आश्वासन मिलते रहे हैं। उनका मानना है कि जब तक कोई कड़ी कार्रवाई बिल्डर के खिलाफ नही होगी, कुछ नही होने वाला। बैठ के दौरान जिला अधिकारी फ्लैट खरीदारों के साथ काफी उग्र होते हुए भी दिखे। पानी अब सिर के ऊपर जा चुका है, ऐसे में जल्द कोई ठोस नतीजा निकालकर सामने नही आता है, तो आत्महत्या जैसी अनहोनी की आशंका से इनकार नही किया जा सकता है। पुलिस, प्रशासन सबके साथ बैठक बेनतीजा होता देख अब नेफोवा ने तमाम फ्लैट खरीदारों के साथ मिलकर ये निर्णय लिया है कि वे सीधा 4, कालिदास मार्ग, मुख्यमंत्री आवास, लखनऊ जाकर मुख्यमंत्री के सामने प्रदर्शन करेंगे। नेफोवा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में आम्रपाली के फ्लैट खरीदार बहुत जल्द विजय चौक, प्राधिकरण कार्यालय तथा लखनऊ जाकर मुख्यमंत्री आवास के सामने प्रदर्शन करेंगे। अगर बिल्डर के ऊपर एफआईआर दर्ज करने में पुलिस और प्रशासन सक्षम नही है, तो फ्लैट खरीदार बस से लखनऊ जाकर अपनी गिरफ्तारी देंगे।


