कोरोना से उत्पन्न तनाव को दूर करने में सक्षम है योग:संरा
संयुक्त राष्ट्र ने आज कहा कि कोविड 19 के कारण जीवनशैली में आये तेज बदलाव की वजह से उत्पन्न तनाव को दूर करने में योग पूरी तरह सक्षम;
नयी दिल्ली । संयुक्त राष्ट्र ने आज कहा कि कोविड 19 के कारण जीवनशैली में आये तेज बदलाव की वजह से उत्पन्न तनाव को दूर करने में योग पूरी तरह सक्षम है।
संयुक्त राष्ट्र ने योग दिवस के मौके पर कहा कि कोरोना वायरस के कारण दुनिया भर में तबाही फैली हुई है, जिससे लोगों की जीवनशैली में अचानक तेज बदलाव आ गया है। इस बदलाव के कारण लोग तनावग्रस्त हो गये हैं। योग भारत में शुरू हुई एक शारीरिक , मानसिक और आध्यात्मिक पद्धति है, जिसे विभिन्न रुप में दुनिया भर के अलग -अलग देशों में अपनाया गया है। योग शब्द की उत्पत्ति संस्कृत भाषा से हुई है , जिसका मतलब है जोडना या एकता । यह शरीर और चेतना को आपस में जोडने की प्रक्रिया का प्रतीक है।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी उप प्रतिनिधि नागराज नायडू ने योग के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि बच्चों को तनावमुक्त रखने और शारीरिक रुप से सक्रिय रखने में योग बहुत कारगर है। यूनीसेफ में कार्यरत साइकि वोन ब्रोसॉसेन कहते हैं कि कोरोना संक्रमण के कारण लगायी गयी पाबंदियों के बीच योग ने उन्हें शांत और संतुलति रहने में बहुत मदद की है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी कोरोना वायरस के कारण शुरू किये गये शुरूआती लॉकडाउन में योग के लाभ पर जोर देते हुए लोगों को शारीरिक तथा मानसिक रुप से स्वस्थ रहने के लिए योगाभ्यास करने की सलाह दी थी।