पीपीयार्ड भिलाई में महिलाएं तकनीकी कार्यक्षेत्र में कार्यरत

रायपुर रेल मंडल में लगभग 10 हजार  8सौ  कर्मचारी  जिसमें लगभग 762 महिला कर्मचारी  एवं  78 अधिकारी जिसमें 6 महिला अधिकारी कार्यरत है;

Update: 2018-01-05 15:34 GMT

दल्लीराजहरा।  रायपुर रेल मंडल में लगभग 10 हजार  8सौ  कर्मचारी  जिसमें लगभग 762 महिला कर्मचारी  एवं  78 अधिकारी जिसमें 6 महिला अधिकारी कार्यरत है।  रायपुर मंडल के विभिन्न कार्यालयो में से एक पी.पी.यार्ड में बाक्स एन आर.ओ.एच. डिपो हैं। जहां मालगाड़ी के वैगनों का रुटिन ओवर हालिंग (आर.ओ.एच) किया जाता है।  इस डिपो में 733 कर्मचारी कार्यरत हैं और उनमें से 30 महिलाए हैं। अधिकतर महिलाए तकनीकी कार्यक्षेत्र में कार्यरत हैं।

यहां एक सैक्शन ऐसा है जहां पूर्णतया महिला कर्मचारियों द्वारा ही सभी तकनीकी कार्य संपादित किए जातें है। इस सैक्शन में वैगन में लगनें वाली बोगी की कॅाईल स्प्रींग की जांच का कार्य किया जाता है। श्रीमती छेदीन बाई वरि.तकनीशियन बोगी कॅाईल स्प्रींग की साफ-सफाई, परीक्षण एवं मापन का कार्य करती हैं। इनके साथ में श्रीमती उमा, श्रीमती एम. लक्ष्मी, कु. ज्योति एवं कु. चेतना चन्द्राकर भी सहयोग करती हैं। श्रीमती छेदीन बाई का कैरिज एण्ड़ वैगन  के कार्यक्षेत्र में 37 वर्षों का अनुभव हैं। कु.ज्योति नाग, स्प्रींग सेक्शन में कार्य करती हैं एवं ईओटी क्रेन, चलाती हैं।

यह बोगी सेक्शन एवं व्हील सेक्शन में क्रेन के आवश्यकतानुसार क्रेन का आवागमन करती हैं। श्रीमती जी लक्ष्मी, तकनीशियन जो पेनयूमेटिक प्रेस मशीन में विभिन्न प्रकार के । पीडी, बल्ब कटर विभिन्न साइज में बनाती हैं। श्रीमती के धनलक्ष्मी, पदनाम- एसपीए-आई कम्प्रेशर चलाती हैं साथ ही साथ कम्प्रेशर का रख-रखाव जैसे ओवर लोड, आईल लेवल एवं मशीन की सफाई इत्यादि स्वयं ही करती हैं। इसी प्रकार यहाँ की महीलाऐं अन्य तकनीकी क्षेत्रों में भी उत्कृष्ट कार्य कर रही है।

श्रीमती टेरेसा हेम्ब्राम, वरि. अनु. अभियंता जो कि, मेकेनीेकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा हैं, चक्के के एक्सल का अल्ट्रासोनिक परीक्षण करती हैं। वह प्रतिदिन 8 घंटे में 20 चक्कों का अल्ट्रासोनिक परीक्षण करती हैं, और आंतरिक त्रुटियों की छानबीन करती हैं।    श्रीमती पी. सुशीला राव, तकनीशियन है एवमं वे सीएनसी व्हील लेथ पर चक्कों की टर्निंग करती हैं और सही प्रोफाईल बना कर आर. ओ. एच. के लिये देती हैं, और इसके साथ-साथ चक्कों का हिसाब-किताब भी रखती हैं।

श्रीमती टी. श्रीनिवासलु, तकनीशियन एवं श्री मती साधना मिलकर एसएबी का ओवर हॉलिंग करती हैं, और इस ओवर हॉलिंग के दौरान 95 पूर्जों का बदलाव करती हैं। इनके द्वारा ओवर हॉलिंग किये हुए एसएबी में 18 माहिनों की गारंटी रहती हैं। श्रीमति श्रीनिवासलु का कैरिज एण्ड़ वैगन  के कार्यक्षेत्र में 27 वर्षों का अनुभव हैं। श्रीमती ललिता उईके, पदनाम- वरिष्ठ तकनीशियन डिस्ट्रीब्यूटर वाल्व के ओवर हॉलिंग में कार्यरत हैं एवं इसकेे 70 छोटे- छोटे पूर्जों का बदलाव करती हैं। इन्हे का कैरिज एण्ड़ वैगन के कार्यक्षेत्र में 20 वर्षों का अनुभव हैं। 

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