महिला आयोग ने तलब की शौचालय की सूची, बंद होने का कारण भी बताने के निर्देश

राजधानी में कितने शौचालय हैं और कितने बंद हैं इसकी सूची तलब करते हुए दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड, नगर निगमों से दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा है कि ऐसे शौचालय की सूची भी दी जाए जो तैयार हे;

Update: 2017-08-24 06:19 GMT

नई दिल्ली। राजधानी में कितने शौचालय हैं और कितने बंद हैं इसकी सूची तलब करते हुए दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड, नगर निगमों से दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति जयहिंद ने कहा है कि ऐसे शौचालय की सूची भी दी जाए जो बनकर तैयार हैं लेकिन अभी तक शुरु नहीं किए गए हैं।

दरअसल दिल्ली महिला आयोग ने छतरपुर विधानसभा के चंदनहोला गांव में महिला पंचायत का आयोजन किया था। महिला पंचायत में पता चला कि गांव में शौचालयब्लॉक बनकर तैयार हैं लेकिन बंद किए हुए हैं। 

 इसके बाद ही आयोग ने दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड को नोटिस जारी कर शौचालय ब्लॉक बंद होने का कारण पूछा है।

आश्रय बोर्ड ने अपने जवाब में बताया कि शौचालय ब्लॉक को चलाने के लिए टेंडर निकाले गए लेकिन कोई भी एजेंसी व एनजीओ शौचालय के रखरखाव और उसे चलाने के लिए तैयार नहीं हुई, इसलिए शौचालय ब्लॉक बंद है।

आयोग ने आश्रय बोर्ड से यह भी पूछा था कि बोर्ड खुद क्यों नहीं शौचालय का रखरखाव कर सकता। जिसके बाद आश्रय बोर्ड ने अस्थायी तौर पर कर्मचारी लगाकर चंदनहोला गांव के शौचालय शुरू कर दिए। 

आयोग का मानना है कि दिल्ली में और भी ऐसे शौचालय होंगे जो बनकर तैयार होंगे, लेकिन आश्रय बोर्ड और नगर निगमों की लापरवाही की वजह से उन्हें शुरू नहीं किया गया। इसी को आधार बनाकर आयोग ने दिल्ली में सभी बंद पड़े शौचालय की लिस्ट मांगी है।

स्वाति जयहिंद का कहना है कि दिल्ली के लोगों को खुले में शौच के लिए न जाना पड़े इसके लिए सरकार नए शौचालय बना रही है लेकिन डूसिब और तीनो नगर निगमों की लापरवाही की वजह से लोगों को शौचालय की सुविधा नहीं मिल पा रही है। 

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