आखिरी सांस तक आरएसएस का विरोध करूंगा : सिद्धारमैया
कांग्रेस नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने सोमवार को कहा कि वह अपनी अंतिम सांस तक आरएसएस का विरोध करेंगे। उन्होंने कहा, "मैं सत्ता में रहूं या नहीं, जब तक जिंदा हूं, आरएसएस का विरोध करता रहूंगा;
मैसूर। कांग्रेस नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने सोमवार को कहा कि वह अपनी अंतिम सांस तक आरएसएस का विरोध करेंगे। उन्होंने कहा, "मैं सत्ता में रहूं या नहीं, जब तक जिंदा हूं, आरएसएस का विरोध करता रहूंगा।"
मैसूर के टी. नरसीपुर में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करते हुए सिद्दारमैया ने कहा कि आरएसएस बराबर दर्जा वाले समाज का विरोध करता है और वह इसी कारण उसका विरोध करते हैं।
उन्होंने कहा, "जब समाज में असमानता मौजूद थी, समाज सुधारक बसवन्ना ने अनुभव मंडप का निर्माण किया। उन दिनों का अनुभव मंडप ही आज संसद है।"
उन्होंने कहा कि आरएसएस और हिंदू महासभा ने भारत के संविधान का विरोध किया है और भाजपा का भी संविधान विरोधी रुख है। उन्होंने कहा, "संविधान का विरोध करना डॉ. बी.आर. अंबेडकर का विरोध करने के बराबर है।"
उन्होंने कहा, "अंबेडकर ने चेतावनी दी थी कि अगर चुनी हुई सरकारों ने समाज में सामाजिक और आर्थिक असमानताओं को खत्म करने का प्रयास नहीं किया, तो सामाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग एक दिन लोकतंत्र के स्तंभों को ध्वस्त कर देंगे।"
यह कहते हुए कि हिंदू और हिंदुत्व अलग-अलग हैं, उन्होंने कहा : "मैं हिंदू हूं। मेरे माता-पिता हिंदू हैं और मैं हिंदू देवताओं की पूजा करता हूं। भाजपा विधायक और राष्ट्रीय महासचिव सी.टी. रवि मुझे सिद्दरामुल्ला खान कहते हैं। क्या उनका कोई सम्मान है?"