पश्चिम बंगाल : दंगे भड़काने इस्तेमाल किया भोजपुरी फिल्म का दृश्य
पश्चिम बंगाल के बशीरहाट और बदुरिया में सोशल मीडिया सांप्रदायिक दंगे को भड़काने का काम बखूबी कर रहा है;
पश्चिम बंगाल के बशीरहाट और बदुरिया में सोशल मीडिया सांप्रदायिक दंगे को भड़काने का काम बखूबी कर रहा है। फेसबुक-व्हाट्सअप पर नकली तस्वीरें और वीडियो पोस्ट करके उन्हें वायरल कराया जा रहा है। यह काम केवल सामान्य लोग ही नहीं कर रहे बल्कि भारतीय जनता पार्टी के तमाम नेता भी इसमें शामिल हैं, जिनमें दिल्ली और हरियाणा की भाजपा नेत्रियों के नाम साफ़ तौर पर सामने आये हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नई दिल्ली से भाजपा की प्रत्याशी रही नूपुर शर्मा ने शनिवार को #SaveBengal और #SaveHindus हैशटैग का इस्तेमाल करते हुए बंगाल की सांप्रदायिक घटनाओं के खिलाफ़ लोगों से दिल्ली के जंतर-मंतर पर जुटने की अपील ट्विटर पर पोस्ट की। उक्त अपील में जिस पोस्टर का प्रचार के लिए इस्तेमाल किया गया, उसमें लगी तस्वीर में एक गाड़ी को जलता हुआ दिखाया गया है जिसके आसपास दंगाइयों की भीड़ दिख रही है।
लाइव हिंदुस्तान नामक वेबसाइट ने इस तस्वीर की सच्चाई जांचने का दावा किया है जिसमें पता चला है कि यह तस्वीर समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस (AP) के फोटोग्राफर ने गुजरात के दंगे 2002 में खींची थी। वेबसाइट अपनी ख़बर में लिखती है, गूगल पर गुजरात दंगा सर्च करने पर वह तस्वीर नंबर एक पर दिख रही है। इस फोटो का इस्तेमाल कई वेबसाइटें दंगों की खबरों में सांकेतिक तस्वीर के तौर पर पहले ही कर चुकी हैं। ट्विटर और फेसबुक समेत वॉट्सएप्प पर कई लोगों ने इस फोटो को गुजरात दंगों का बताया है।
शनिवार को सांप्रदायिक हिंसा भड़काने का प्रयास करने के आरोप में एक व्यक्ति को दक्षिण 24 परगना जिले के सोनारपुर से गिरफ्तार किया गया। उस व्यक्ति ने एक तस्वीर पोस्ट करके दावा किया था कि दंगों में हिन्दू महिलाओं के साथ अत्याचार किया जा रहा है। सच्चाई यह है कि तस्वीर फर्जी है और यह तस्वीर 2014 में आई एक भोजपुरी फिल्म के दृश्य से बनाई गई थी। पुलिस ने बताया कि जिस तस्वीर को पश्चिम बंगाल का बताया जा रहा है, वह वास्तव में 2014 में रिलीज हुई भोजपुरी फिल्म 'औरत खिलौना नहींÓ का एक दृश्य है। बता दें,कि विजेता मलिक ने भी यही तस्वीर अपनी फेसबुक दीवार पर साझा किया था जिसके चलते पश्चिम बंगाल के 24 परगना में संप्रदायिक हिंसा फैल गई थी और एक शख्स की भी जान चली गई थी।
विजेता मलिक हरियाणा राज्य की भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी की सदस्य हैं। उन्होंने भोजपुरी फिल्म की इस तस्वीर के साथ लिखा था कि बंगाल में किस तरह से एक संप्रदाय विशेष के लोग हिंदू महिला का बलात्कार कर रहे हैं। विजेता ने अपने पोस्ट में लिखा था, बंगाल में जो हालात हैं वो हिंदुओं के लिए बहुत बड़ी चिंता का विषय है। हिंदू को ही क्यों मारा जा रहा है और सरेआम उसकी इज्जत के साथ खेला जा रहा है- इस पर कोई कुछ नहीं बोलता और न ही अवार्ड वापस हो रहा है। न तो देश छोड़ कर जाने की बात हो रही है और राज्य सरकार भी हाथ पर हाथ रख कर बैठी है।
विवादस्पद बयानों के लिए बदनाम हैदराबाद के गोशमहल से भाजपा विधायक टी राजा सिंह ने भी एक भड़काऊ वीडियो पोस्ट किया है। समाचार चैनल आज तक की वेबसाइट पर छपी खबर के अनुसार राजा सिंह ने एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें वह बंगाल को हिंदुओं से एकजुट होने और 2002 में गुजरात के हिंदुओं जैसा 'जवाबÓ देने की बात कहते दिख रहे हैं।
(साभार: सियासत डॉट कॉम एवं मीडिया विजिल)