मनोनीत पार्षदों को शपथ दिलाए बिना मतदान कराना, लोकतंत्र की हत्या : राकेश कुमार 

उत्तरी दिल्ली नगर निगम में मनोनीत पार्षदों को शपथ दिलाए बगैर सभी छह वार्ड समितियों के निर्वाचन की प्रक्रिया और मतदान की तिथि तय करने विरोध में आप के पार्षदों ने निगम मुख्यालय सिविक सेंटर पर धरना दिया;

Update: 2017-08-24 06:29 GMT

-एल्डरमैन को शपथ दिलाने से पूर्व चुनाव कराने के विरोध में आप के पार्षदों ने सिविक सेंटर पर दिया धरना 

-छह वार्ड समितियों के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व स्थायी समिति के सदस्यों के निर्वाचन पर रार 

-मनोनीत पार्षदों के वैधानिक अधिकारों का हनन कर रही है भाजपा 

नई दिल्ली। उत्तरी दिल्ली नगर निगम में मनोनीत पार्षदों (एल्डरमैन) को शपथ दिलाए बगैर सभी छह वार्ड समितियों के निर्वाचन की प्रक्रिया और मतदान की तिथि तय करने के विरोध में आम आदमी पार्टी (आप) के पार्षदों ने बुधवार को निगम मुख्यालय सिविक सेंटर पर धरना दिया।

इस दौरान नेता विपक्ष राकेश कुमार ने कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की एक सोची-समझी चाल है जिसके तहत आप के मनोनीत पार्षदों को मतदान प्रक्रिया में भाग लेने से रोका जा रहा है ताकि वार्ड समितियों के साथ-साथ स्थायी समिति में भी भाजपा का वर्चस्व स्थापित किया जा सके। 

इसके साथ ही नेता विपक्ष ने कहा कि दिल्ली नगर निगम अधिनियम की धारा 32 (1) की उपधारा (3) के खण्ड (ख) के उपखण्ड (प) के तहत मनोनीत प्रत्येक व्यक्ति को अपना पद ग्रहण करने से पहले शपथ लेना अनिवार्य है। शपथ ग्रहण करने के बाद ही मनोनीत पार्षदों को मतदान करने का अधिकार मिलता है। लिहाजा निगम में सत्तारूढ़ भाजपा ने शपथ ग्रहण के लिए बुधवार, 30 अगस्त का दिन रख दिया।

उधर, निगम की सभी छह वार्ड समितियों के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व स्थायी समिति के सदस्यों के निर्वाचन के लिए नामांकन की अंतिम तिथि 24 अगस्त और मतदान की तिथि शपथ ग्रहण से एक दिन पहले यानि मंगलवार, 29 अगस्त तय कर दी गई ताकि आप के मनोनीत पार्षदों को मतदान प्रक्रिया में भाग लेने से रोका जा सके। इससे भाजपा की मंशा साफ हो गई है कि वह सभी वार्ड समितियों के साथ स्थायी समिति पर भी अनैतिक रूप से कब्ज़ा जमाना चाहती है, जबकि नरेला जोन और शहरी-सदर-पहाड़गंज जोन में आप के पार्षद बहुमत में हैं। उन्होंने कहा कि वार्ड समिति चुनाव में संभावित हार से डरी भाजपा, आप के मनोनीत पार्षदों के वैधानिक अधिकारों का हनन कर रही है।  

 

राकेश कुमार ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में महापौर प्रीती अग्रवाल से कहा है कि वह किसी दल विशेष की नहीं बल्कि उत्तरी दिल्ली की जनता और तमाम दलों के पार्षदों की महापौर हैं। लिहाजा भाजपा के इशारे पर राजनीतिक खेल खेलने वाली महापौर को लोकतंत्र की सच्ची रक्षक बनना चाहिए और सदन में मनोनीत 10 सदस्यों को तुरन्त शपथ दिलानी चाहिए।

उन्होंने महापौर से मांग की है कि उक्त तमाम पदों के लिए नामांकन की अंतिम तिथि 24 अगस्त शाम 5 बजे से पहले सभी मनोनीत पार्षदों को शपथ दिलवाएं ताकि वह भी चुनाव प्रक्रिया में भाग ले सके। अगर ऐसा नहीं किया गया तो यह न सिर्फ मनोनीत पार्षदों के अधिकारों का हनन होगा बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों की भी हत्या होगी। नेता विपक्ष ने इस बाबत दिल्ली के उप-राज्यपाल, मुख्यमंत्री और शहरी विकास मंत्री को पत्र लिखकर हस्तक्षेप करने की मांग की है। 

राकेश कुमार ने कहा कि अगर महापौर ने उनकी मांग पर कार्रवाई नहीं की तो आम आदमी पार्टी के तमाम निर्वाचित एवं मनोनीत पार्षद न सिर्फ धरना प्रदर्शन करेंगे बल्कि निगम की आगामी बैठक में इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाएंगे।

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