हिमाचल की चार सीटों पर कड़ी सुरक्षा के बीच कल मतदान
कड़ी सुरक्षा के बीच सभी क्षेत्रों में कल सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक मतदान होगा;
शिमला। लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण में हिमाचल प्रदेश की चार संसदीय सीटों पर कल सुबह मतदान की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं ।
इन सीटों में शिमला, मंडी, हमीरपुर और कांगड़ा-चंबा संसदीय क्षेत्र में मतदान की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई इै। कड़ी सुरक्षा के बीच सभी क्षेत्रों में कल सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक मतदान होगा। प्रचार समाप्त होने के बाद कल शाम से प्रत्याशी घर-घर जाकर जनसंपर्क कर रहे हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी देवेश कुमार ने आज यहां बताया कि प्रदेश में कल होने वाले चुनाव के लिए 1,52,390 मतदाता पहली बार अपने मत का प्रयोग करेंगे जिनमें से 82,500 पुरुष व 69,880 महिला व 10 थर्ड जेंडर मतदाता है।
राज्य में 26,57,464 पुरुष, 26,04,615 महिला, 47 थर्ड जेंडर के अलावा 66,647 पुरुष व 1381 महिला मतदाता सेवा अहर्ता है। इस प्रकार कुल 53,30,154 मतदाता है जो प्रदेश में 45 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेगें।
उन्होंने बताया कि चुनाव प्रक्रिया शांति पूर्वक करवाने के लिए 207 फ्लाइंग स्क्वैड, 207 स्टेटिक सर्विलांस टीम्स, 77 असिस्टेंट ऑब्जवर्स, 134 वीडियो सर्विलांस टीम, 70 वीडियो वीविंग टीम व 72 एकाउंटिंग टीम गठित की गई हैं। प्रदेश में कुल 7723 मतदान केंद्र है जिनमें से 373 अति संवेदनशील व 946 संवेदनशील केंद्र हैं।
इसके अलावा सात सहायक मतदान केंद्र है। मतदान संचालन के लिए 7730 पीठासीन अधिकारी और 23,190 मतदान अधिकारी नियुक्त किए गए है। दिव्यांगों को मतदान केंद्रों तक पहुंचाने के लिए वाहनों व व्हीलचेयर का प्रबंध करवाया गया है।
पिछले 2014 के लोकसभा चुनावों में 64.42 प्रतिशत मतदान हुआ था। जिसमें भारतीय जनता पार्टी ने सभी चारों सीटों पर जीत दर्ज की थी। इनमें कांगड़ा-चंबा संसदीय सीट से शांता कुमार, हमीरपुर से अनुराग ठाकुर, शिमला से वीरेंद्र कश्यप और मंडी से राम स्वरूप शर्मा जीते थे। भाजपा को इस चुनाव में 53.85 प्रतिशत जबकि कांग्रेस को 41.87 प्रतिशत मत मिले थे।
चौदह दलों ने 45 प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारा है। इनमें मुख्य दलों कांग्रेस व भाजपा सहित बसपा ने सभी चारों लोकसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े किए हैं, जबकि ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक द्वारा 3, राष्ट्रीय आजाद मंच व स्वाभिमान पार्टी द्वारा दो लोकसभा सीटों पर अपने महारथी उतारे हैं।
राज्य में 18 निर्दलीय प्रत्याशी इस चुनाव में अपना भाग्य आजमा रहे हैं। माकपा, पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया, अम्बेडकर राइट पार्टी ऑफ इंडिया, भारतीय शक्ति चेतना पार्टी, सत्य बहुमत पार्टी, बहुजन मुक्ति पार्टी, नवभारत एकता दल और हिमाचल जनक्रांति पार्टी ने चार में से महज एक एक सीटों पर ही उम्मीदवार उतारा है।
भाजपा ने इस बार भी मंडी और हमीरपुर में अपने निवर्तमान सांसदों को चुनाव मैदान में उतारा है। मंडी से रामस्वरूप शर्मा , हमीरपुर सीट से तीन बार सांसद रहे चुके अनुराग ठाकुर चैाका लगाने की सोच रहे है। जबकि पार्टी ने कांगड़ा सीट से इस बार राज्य के खाद्य आपूर्ति मंत्री किशन कपूर और शिमला सीट से सुरेश कश्यप को टिकट दी है।
दूसरी ओर कांग्रेस ने प्रदेश की सभी चारों लोकसभा सीटों पर नये चेहरे मैदान में उतारे है। मंडी सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखराम के पौत्र एवं भाजपा विधायक अनिल शर्मा के पुत्र आश्रय शर्मा को टिकट दिया है।
आश्रय शर्मा पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। वर्ष 2014 में पार्टी ने यहां से राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह को टिकट दिया था लेकिन वह भाजपा उम्मीदवार से चुनाव हार गई थीं।
उधर कांगड़ा सीट से पार्टी के विधायक पवन काजल चुनाव लड़ रहे है। हमीरपुर लोकसभा सीट से पार्टी ने पांच बार के विधायक रामलाल ठाकुर और शिमला संसदीय सीट से पार्टी ने कर्नल धनीराम शांडिल को टिकट दिया है। प्रदेश में परम्परागत रूप से इस बार भी मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशियों के बीच है। इस लोकसभा चुनाव में भाजपा के पास खोने की तथा कांग्रेस कुछ सीटें हथियाने और अपनी साख बचाने की चुनौती है।