लोकसभा चुनाव: पश्चिम बंगाल में हिंसा में 1 की मौत, भाजपा उम्मीदवार के काफिले पर हमला
भाजपा उम्मिदवार भारती घोष पर टीएमसी समर्थकों ने हमला कर दिया वहीं, बंगाल के भाजपा चीफ दिलीप घोष पर भी हमले की कोशिश;
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में छठे चरण की वोटिंग के दौरान फिर हिंसा की खबरें हैं। घाटल से भाजपा उम्मिदवार भारती घोष पर टीएमसी समर्थकों ने हमला कर दिया वहीं, बंगाल के भाजपा चीफ दिलीप घोष पर भी हमले की कोशिश की गई।
भारती घोष की गाड़ी तोड़ दी गई थी और उन्हें एक मतदान केंद्र पर जाने नहीं दिया जा रहा था। बतादें कि, आज छठे चरण का मतदान हो रहा है जिसमें कुल 59 सीटों पर चुनाव है, जिसमें पश्चिम बंगाल की भी 8 सीट शामिल हैं। मिले विडियोज में लोग भारती वापस जाओ के नारे लगाते देखे गए और भारती रोती दिखाई दे रही हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक, कार पर हमले से पहले भारती ने कुछ पोलिंग बूथ्स पर जाने की कोशिश की थी लेकिन उन्हें टीएमसी कार्यकर्ताओं ने वहां घुसने नहीं दिया और नारेबाजी की जिससे भारती भावुक हो गई।
पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के छठे चरण के लिए मतदान हो रहा है। इस दौरान राज्य में कई हिंसक घटनाएं और झड़पें हुईं। झारग्राम जिले में रविवार सुबह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई।
राज्य में पांच जिलों में फैले आठ संसदीय क्षेत्रों में रविवार को मतदान हो रहा है।
भाजपा के एक कार्यकर्ता व झारग्राम निर्वाचन क्षेत्र के गोपीबल्लभपुर के रमेन सिंह (30) कथित रूप से लोहे की छड़ से सिर पर वार किए जाने से गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने कहा कि उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस समर्थित गुंडों पर इस अपराध को अंजाम देने का आरोप लगाया है।
मिदनापुर निर्वाचन क्षेत्र से छिटपुट हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं, जहां भगवा पार्टी के राज्य इकाई प्रमुख दिलीप घोष का मुकाबला तृणमूल कांग्रेस के मानस भुनिया के साथ है।
कथित तौर पर भाजपा समर्थकों द्वारा धारदार हथियारों से हमला किए जाने के बाद तृणमूल पार्टी के कम से कम चार कार्यकर्ताओं को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। एक व्यक्ति की हालत गंभीर है।
इस बीच, तृणमूल कार्यकर्ताओं के साथ झड़प के बाद निर्वाचन क्षेत्र के दातन इलाके में कई भाजपा समर्थक घायल हो गए।
पूर्व आईपीएस अधिकारी व पश्चिम मिदनापुर जिले के घाटल से भाजपा की उम्मीदवार भारती घोष को तृणमूल कांग्रेस की कुछ महिला कार्यकर्ताओं द्वारा मतदान केंद्र में प्रवेश करने से रोक दिया गया, जिन्होंने उन पर मतदाताओं को प्रभावित करने का आरोप लगाया।
घोष ने सत्तारूढ़ पार्टी पर संगठित हिंसा का आरोप लगाया और अपराधियों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की।
घोष ने घटनास्थल से जाने से पहले कहा, "मैं एक उम्मीदवार हूं। मैं हमेशा मतदान केंद्र में प्रवेश कर सकती हूं। जो लोग मुझे रोकने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए। वे (तृणमूल) मेरे खिलाफ संगठित हिंसा का सहारा ले रहे हैं।"
बाद में केशपुर के पास उनके काफिले पर ईंटें बरसाई गईं, जिससे उनका एक सुरक्षाकर्मी घायल हो गया।