दो साल बाद सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो जारी, विपक्षी दलों ने बताया केंद्र का चुनावी स्टंट
2016 में पाकिस्तान के खिलाफ की गई सर्जिकल स्ट्राइक को मोदी सरकार अपनी सबसे बड़ी कामयाबी मानती है और अब सबूत के तौर पर इस सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो जारी कर दिया गया है;
नई दिल्ली। 2016 में पाकिस्तान के खिलाफ की गई सर्जिकल स्ट्राइक को मोदी सरकार अपनी सबसे बड़ी कामयाबी मानती है और अब सबूत के तौर पर इस सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो जारी कर दिया गया है।
सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो कल जारी किया गया। इसमें साफ दिख रहा है कि भारतीय सेना ने किस तरह से आतंकियों को मौत के घाट उतारा था। इस वीडियों को मानव रहित ड्रोन से बनाया गया है। ड्रोन में थर्मल इमेजिंग कैमरों का इस्तेमाल किया गया था और इसी के जरिए भारतीय सेना ने आतंकियों का खातमा किया था।
आपको बता दें कि ये तस्वीरें सबूत हैं उस ऑपरेशन का जिसमें 2 साल पहले जवानों ने नापाक साजिश रचने वाले आतंकियों को मार गिराया था। ये तस्वीरें तस्दीक कर रही हैं कि किस तरह से सेना ने अपनी जान की परवाह किए बैगर आतंकियों के ठिकानों को नेस्तनाबूत कर दिया और उरी सेक्टर में भारतीय सेना के कैंप हुए आतंकी हमले का बदला लिया। 2016 में 28 सितंबर को जवानों ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में तीन किलोमीटर तक घुसकर आतंकी ठिकानों पर रॉकेट लॉन्चर, मिसाइलों और छोटे हथियारों से हमला किया था।
लेकिन इस सर्जिकल स्ट्राइक पर सियासत तब भी थी और अब भी हो रही है। पहले सबूत मांग कर इसे फर्जी बताया गया और अब इसे चुनावी स्टंट बता कर इस पर राजनीति की जा रही है। कांग्रेस ने इसे प्रोपेगेंडा करार दिया है। कांग्रेस ने कहा कि पहले क्यों नहीं सबूत दिए गए, क्या ये चुनावी स्टंट है?
Is Modi Govt using our ‘soldiers’ as ‘political fodder’ and using their sacrifice to gain votes?: @rssurjewala