ग्रेटर नोएडा के हॉस्टल में एमएससी छात्र मृत, कमरे से मिला संक्षिप्त पत्र

नॉलेज पार्क थाना क्षेत्र में एक हृदयविदारक घटना सामने आई। एनआईआईटी कॉलेज में एमएससी तृतीय वर्ष का छात्र कृष्णकांत अपने हॉस्टल के कमरे में फांसी के फंदे से लटकता पाया गया;

By :  Deshbandhu
Update: 2025-12-06 20:28 GMT

हॉस्टल के कमरे में छात्र का शव मिलने से सनसनी, पुलिस जांच जारी

  • पिता से बातचीत के कुछ देर बाद छात्र मृत पाया गया, कारण स्पष्ट नहीं
  • सिर की बीमारी से जूझ रहे छात्र की मौत पर साथियों ने जताई चिंता
  • ग्रेटर नोएडा हॉस्टल में छात्र की संदिग्ध मौत, पुलिस परिजनों के बयान का इंतजार कर रही

ग्रेटर नोएडा l नॉलेज पार्क थाना क्षेत्र में शनिवार को एक हृदयविदारक घटना सामने आई। एनआईआईटी कॉलेज में एमएससी तृतीय वर्ष का छात्र कृष्णकांत अपने हॉस्टल के कमरे में फांसी के फंदे से लटकता पाया गया। मौके से एक छोटा सा पत्र मिला, जिसमें उसने लिखा था— मैं हार मानता हूं, अपना शरीर और अपनी चीजें अपने परिवार को देता हूं, कृपया हुई परेशानी के लिए क्षमा करें।

कमरा अंदर से बंद था, दरवाजा तोड़कर पहुंचे साथी

कृष्णकांत तुगलपुर स्थित क्राउन हॉस्टल की तीसरी मंजिल के कमरे नंबर 79 में रहता था। शनिवार सुबह वह कॉलेज नहीं गया था। उसने अपने रूममेट ऋतिक से कहा था कि वह बाद में कॉलेज आएगा। दोपहर लगभग दो बजे उसके पिता ने ऋतिक को फोन कर तुरंत कमरे पर पहुंचने को कहा और आशंका जताई कि कृष्णकांत कोई गलत कदम उठा सकता है। ऋतिक ने हॉस्टल में रहने वाले दोस्तों और स्टाफ को बुलाया। सब लोग जब कमरे तक पहुंचे, तो दरवाजा अंदर से बंद मिला। दरवाजा तोड़कर अंदर प्रवेश किया गया, जहां कृष्णकांत का शव फंदे से लटका मिला।

पत्र में कारण का उल्लेख नहीं

पुलिस ने कमरे की तलाशी के दौरान वह पत्र बरामद किया, जिसमें छात्र ने परिवार से माफी मांगी थी, लेकिन आत्महत्या का कारण नहीं लिखा था। पुलिस का कहना है कि असली वजह परिजनों के आने के बाद ही स्पष्ट होगी।

सिर की बीमारी से था परेशान, नौकरी होने के बावजूद नहीं की थी जॉइन

रूममेट ऋतिक ने बताया कि कृष्णकांत के सिर में एक बीमारी थी। जब वह ज्यादा समय पढ़ाई करता था तो उसका सिर अपने आप झुक जाता था। इस कारण वह पिछले कुछ समय से मानसिक रूप से काफी परेशान रहता था, हालांकि वह पढ़ाई में बेहद प्रतिभाशाली था। पुलिस सूत्रों के अनुसार, उसे हाल ही में एक कंपनी में लगभग सात लाख रुपये वार्षिक वेतन पर नौकरी मिली थी, लेकिन उसने वह नौकरी शुरू नहीं की थी।

पुलिस ने शव पोस्टमार्टम को भेजा

प्रभारी निरीक्षक सर्वेश कुमार ने बताया कि परिवार से बात की गई है, लेकिन अभी तक मौत की असल वजह सामने नहीं आई है। कॉलेज प्रबंधन ने भी किसी तरह के दबाव या विवाद की जानकारी से इंकार किया है। परिजन के आने और बयान दर्ज होने के बाद स्थिति साफ हो सकेगी।

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